Gorakhpur : गोरखपुराइट्स अब यही दुआ कर रहे हैं कि प्रदेश के मुखिया रोज रोज गोरखपुर आएं. चौंकिए मत गोरखपुराइट्स उन्हें लैपटॉप बांटने के लिए नहीं बिजली के लिए बुलाना चाहते हैं. अब आप पूछेंगे कि सीएम और बिजली का क्या कनेक्शन है? हम बताते हैं. सीएम अखिलेश यादव 8 अक्टूबर को करीब साढ़े तीन घंटे के लिए गोरखपुर आये. उनके आने से ज्यादा खुशी गोरखपुराइट्स को इस बात की थी कि उनके आने से बिजली कटौती नहीं हुई. यह बात अलग है कि उनके जाने के बाद ही बिजली कटौती अपनी पर आ गई. उनके जाते ही पब्लिक की सांसत फिर शुरू हो गई. गोरखपुराइट्स एक बार फिर सीएम साहब को याद करने लगे हैं. पब्लिक के मन में यही सवाल है कि सीएम के आते ही बिजली विभाग इतना मेहरबान क्यों हो जाता है? आठ अक्टूबर को पूरे दिन सिटी में मुख्यमंत्री रहे और बिजली ने भी उनका साथ दिया. जैसे ही सीएम और उनका काफिला सिटी से गया बिजली विभाग अपने पुराने ढर्रे पर आ गया.


5 दिन में कितनी कटी बिजली5 अक्टूबर- 8 घंटा 50 मिनट6 अक्टूबर- 6 घंटा 40 मिनट7 अक्टूबर- 7 घंटा8 अक्टूबर- 2 घंटा (मुख्यमंत्री के जाने के बाद)9 अक्टूबर- 8 घंटानोट- आंकड़े विश्वविद्यालय बिजली विभाग के सब स्टेशन से ली गई है।क्या आदेश है बिजली कटने का बिजली विभाग के मुख्यालय स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर लखनऊ की मानें तो गोरखपुर सिटी के लिए 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 7 घंटे डेली बिजली काटने का आदेश है। जिस प्रकार से बिजली कट रही है, उसकी सूचना आला अफसरों को दे दी गई?है। उन्हें बता दिया गया है कि गोरखपुर में बिजली को लेकर जनाक्रोश भड़क सकता है। एसपी पांडेय, एसई हम इंडस्ट्रीयल एरिया में रहते हैं, लेकिन यहां बिजली 13 घंटे से अधिक नहीं मिलती है। अब तो यही लगता है कि सीएम साहब रोज गोरखपुर आएं।राजीव भारती, विकास नगर।
मुख्यमंत्री के आने के बाद आखिर बिजली विभाग को इतनी बिजली कहां से मिल जाती है। काश डेली गोरखपुर आते और बिजली पर्याप्त मिलती।जेपी यादव, इंदिरा नगर।

Posted By: Inextlive