RANCHI: झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग और मेडिकल की परीक्षा की तैयारी लायक भी नहीं हैं। इन बच्चों के मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए आकांक्षा-40 कोचिंग की तैयारी के लिए एंट्रेंस एग्जाम जुलाई में लिया गया था। इसमें पूरे राज्य से 8598 छात्र शामिल हुए। इंजीनियरिंग के लिए 5746 और मेडिकल के लिए 2852 परीक्षार्थी शामिल हुए। इसका रिजल्ट भी जारी किया गया। मेडिकल के लिए राज्य स्तर पर 49 विद्यार्थी के चयन में न्यूनतम अंक 41.4 परसेंट पहुंचा, किसी भी छात्र का प्रवेश परीक्षा में 70 परसेंट मा‌र्क्स नहीं मिला। इंजीनियरिंग के लिए मात्र 47 छात्रों का चयन हुआ है। इनका न्यूनतम मा‌र्क्स 51.25 परसेंट रहा। छात्र नहीं मिलने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जैक को पत्र भेजा है कि आकांक्षा 40 अब केवल राज्य स्तर पर ही चलाई जाए। इसके पहले हर जिले में आकांक्षा 40 संचालित होता था।

2016 में शुरू हुआ था आकांक्षा 40

2016 सें झारखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों अध्ययनरत कमजोर वर्ग के मेधावी बच्चों के लिए मेडिकल और इंजीनियोरग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करा रही थी। सुपर 30 की तर्ज पर झारखंड सरकार सुपर-40 आकांक्षा -40 के तहत बच्चों की तैयारी करा रही है। आकांक्षा 40 का संचालन स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा किया जाता है, इसके लिए जिला व राज्य स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की नि:शुल्क तैयारी कराई जाती है। राज्य स्तरीय परीक्षा के लिए चयनित विद्यार्थियों को नि:शुल्क पठन-पाठन के साथ-साथ रहने व खाने की सुविधा भी दी जाती है। राज्य स्तरीय आकांक्षा-40 के लिए जिला स्कूल परिसर में भवन बनाया जा रहा है, वर्तमान में राज्य स्तरीय कोचिंग बालिका विद्यालय बरियातू में संचालित किया जा रहा है।

चार दिन की कोचिंग

विशेष कोचिंग के लिए रांची सहित हर जिले में 40 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। इन्हें भौतिकी, रासायन, जीव विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय मे विशेष कोचिंग कराई जाती है। एक सेंटर इंचार्ज व प्रत्येक विषय में पढ़ाई के लिए दो-दो शिक्षको की नियुक्ति की गई है। विद्यार्थियों को चार दिन की कोचिंग दी जाती है।

हर महीने 50 क्लासेज

विशेष कोचिंग केद्र में मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार कुल चार दिनों मे 13 कक्षाएं संचालित होती हैं। प्रत्येक माह कम से कम 50 कक्षाएं आयोजित होती हैं। कोचिंग कक्षाएं विद्यालयों की निर्धारित समय सारणी से अलग रखी गई हैं, ताकि शिक्षक व विद्यार्थियों की विद्यालय स्तरीय कक्षाएं प्रभावित नहीं हो सकें। अवकाश के दिनों में कोचिंग कक्षाओं के संचालन पर विशेष जोर दिया जाता है। रविवार को तकनीकी संस्थानो के विषय विशेषज्ञ शिक्षक कक्षाएं लेते हैं। प्रत्येक माह मूल्यांकन परीक्षा भी होगी। उसके आधार पर विद्यार्थियो की ग्रेडिंग करते हुए लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में कार्य होगा।

जैक ने मांगा था मार्गदर्शन

झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली गयी प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा में कोचिंग के लिए अप टू मार्क विद्यार्थी नहीं मिले। पूरे राज्य में इंजीनियरिंग के प्रवेश के लिए मात्र 49 व मेडिकल के लिए मात्र 47 ऐसे अभ्यर्थी मिले, जिन्हें 50 फ सदी से अधिक अंक हैं। इसके बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने रिजल्ट प्रकाशन को लेकर स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग से मार्गदर्शन मांगा था, विभाग से इस संबंध में जैक को दिशा-निर्देश मिल गया है।

मैट्रिक पास स्टूडेंट होते हैं शामिल

आकांक्षा 40 की परीक्षा में मैट्रिक में सफ ल विद्यार्थी शामिल होते हैं। वर्ष 2018 की मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जून में जारी हो गया था। आकांक्षा 40 में नामांकित विद्यार्थी का प्लस टू में सरकार के स्तर से नामांकन कराया जाता है। मैट्रिक के रिजल्ट के बाद अब तक विद्यार्थी प्लस टू स्तर पर नामांकन ले चुके होंगे। राज्य स्तरीय आकांक्षा.40 में नामांकन लेने पर विद्यार्थी को प्लस टू स्तर पर फिर से नामांकन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

वर्जन

मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए बहुत अच्छे स्टूडेंट नहीं मिल रहे हैं, जिनको तैयारी कराई जा सके। इसके लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि अब जिला लेवल में यह तैयारी नहीं होगी, राज्य लेवल पर ही तैयारी कराई जाएगी।

अरविंद प्रसाद, चेयरमैन, जैक

Posted By: Inextlive