प्रयागराज स्टेशन पर तत्काल टिकट बुकिंग के लिए रोजाना हंगामा हो रहा है।लोगों को टिकट के लिए दलालों का मुंह देखना पड़ रहा है। आरपीएफ के जवानों की खामोशी के चलते उनकी हिम्मत बढ़ी हुई है और वे अपनी मनमर्जी से 500 रुपये तक एक्स्ट्रा वसूल रहे हैं।

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PRAYAGRAJ: समर वेकेशन समाप्त होने को है। इसमें बाद भी दिल्ली-मुबई और हावड़ा रूट की ट्रेनों में नो रूम की स्थिति है। कॉमन मैन के लिए तत्काल में भी टिकट उपलब्ध नहीं है जबकि दलालों के जरिए प्रत्येक पैसेंजर का पांच सौ रुपये एक्स्ट्रा दिये जाने पर कन्फर्म टिकट मिलने की गारंटी है। इलाहाबाद जंक्शन पर सबकी नजर है तो थोड़ा प्रेशर है। शहर में स्थित रामबाग, प्रयाग और प्रयागघाट स्टेशनों पर आरपीएफ की माजूदगी भी दलालों के हौसले को पस्त कर पाने में नाकाम है। दलाल स्टेशन के बाहर ही सेटिंग करते हैं और टिकट बनवाकर देते हैं।

रेलवे की व्यवस्था

रेलवे ने एसी तत्काल के लिए सुबह दस बजे और स्लीपर तत्काल के लिए 11 बजे का टाइम फिक्स कर रखा है।

इन तीनों स्टेशनों पर तत्काल टिकट के लिए एक दिन पहले रात में ही दलाल लाइन में लग जाते हैं

सुबह फार्म के जरिये टोकन नंबर मिलने पर उनका नंबर पहले आ जाता है

पैसेंजर विरोध करता है तो लाइन में लगे होने का हवाला देकर उलझ जाते हैं

महिला पैसेंजर्स से उलझे दलाल

गुरुवार को प्रयाग स्टेशन पर तत्काल टिकट के लिए लाइन लगाने और टिकट बनवाने को लेकर दो महिला पैसेंजर्स की लाइन में खड़े युवक से झड़प हो गई। महिलाएं लाइन में खड़ी थी, जबकि युवक बाद में आया और लाइन में लग गया। महिलाओं ने विरोध किया तो युवक उनसे उलझ गया। महिलाएं भी किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं थीं तो हंगामा खड़ा हो गया। आरपीएफ के पहुंचने पर मामला शांत हुआ।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जानी हकीकत

रिपोर्टर: अनजान बनकर स्टेशन के बाहर खड़े युवकों से, टिकट बनवाने के लिए क्या करना होता है

दलाल: भीड़ में खड़े युवकों की ओर इशारा करके, उनसे मिल लो

रिपोर्टर के पास इशारा समझकर तीन युवक आ गए और कहा, क्या काम है कहां का टिकट चाहिए।

रिपोर्टर: मुंबई का टिकट बनवाना है क्या करना होगा

दलाल: टिकट बन जाएगा लेकिन पर टिकट 500 रुपये एक्स्ट्रा लगेगा।

रिपोर्टर: आरपीएफ-जीआरपी वाले दिक्कत तो नहीं करेंगे

दलाल: हमारी सबसे सेटिंग है। तुमकों टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आज भी हमने टिकट निकलवाया है, किसी ने कुछ बोला क्या?

तत्काल टिकट के लिए टोकन नंबर के साथ ही फार्म दिया जाता है। रिजर्वेशन काउंटर पर लाइन में लगे लोग आपस में अक्सर लड़ जाते हैं। एक दिन पहले रात में ही लोग लाइन में लग जाते हैं। काउंटर के बाहर सुरक्षा और लाइन लगाने की जिम्मेदारी आरपीएफ व जीआरपी की है।

संजय कुमार

एसएस प्रयाग रेलवे स्टेशन

Posted By: Inextlive