RANCHI : 30 लाख के ईनामी नक्सली नेता रामचंद्र उर्फ चिराग दी की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के विरोध में माओवादियों द्वारा बुलाए गए झारखंड बंद का पहला दिन असरदार रहा। हालांकि, कहीं कोई बड़ी घटना नहीं हुई, लेकिन रांची से चतरा, लातेहार, पलामू, सिमडेगा और खूंटी जैसे नक्सल प्रभावित जिलों के लिए बसें नहीं चली। बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा और यात्री परेशान रहे। बंद से निपटने के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस गश्त तेज कर दी गई है और जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात किए गए हैं।

रेलवे बरत रही है चौकसी

माओवादियों के बंद को देखते हुए रेलवे भी विशेष चौकसी बरत रही है। रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए पुलिस लगातार गश्त कर रही है। इधर, नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादी बंद की वजह से सरकारी गैर सरकारी दफ्तर, दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान व बैंक सहित अन्य कार्यालयों में खासा असर देखा जा रहा है। इससे आम जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बस स्टैंड से नहीं खुली बसें

नक्सली बंद की वजह से बिरसा बस स्टैंड कांटाटोली और आईटीआई बस स्टैंड से गुमला, खूंटी, सिमडेगा, पलामू, लातेहार, गढ़वा और चाईबासा जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए बसें नहीं खुलीं। बस स्टैंड पर वीरानी छाई रही। लंबी दूरी के वाहनों के नहीं चलने से पैसेंजर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

नक्सली भास्कर ने झारखंड को बनाया था एक्शन जोन

समस्तीपुर के काशीपुर मोहल्ला से रविवार को आंध्रप्रदेश पुलिस की स्पेशल टीम व बिहार पुलिस ने संयुक्त रुप से छापेमारी कर माओवादियों के जोनल कमांडर लालबाबू सहनी उर्फ भास्कर को गिरफ्तार कर लिया। वह झारखंड में भी कई नक्सली वारदातों में शामिल रह चुका है। इसका खुलासा बिहार एसटीएफ की पूछताछ में लालबाबू सहनी उर्फ भाष्कर ने किया। उसने कहा कि माओवादियों के टॉप नेताओं के कहने पर वह झारखंड के कई इलाकों में नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है। उसने यह भी बताया कि आंध्रप्रदेश, ओडि़सा और छत्तीसगढ़ जैसे इलाकों में भी नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे चुका है। गौरतलब है कि बिहार सरकार ने भाष्कर पर पचास हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था, जबकि झारखंड में भी उसपर ईनाम घोषित था।

पत्‍‌नी समेत चार धराए

पुलिस ने नक्सली भाष्कर की निशानदेही पर उसकी पत्नी व चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। भास्कर के आंध्र प्रदेश में नक्सली प्रशिक्षण शिविर चलाने के खुलासे के बाद वहां की स्थानीय पुलिस भी एक्टिव हो चुकी है। भाष्कर के संपर्को व ठिकानों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

Posted By: Inextlive