Jamshedpur: बिहार से अलग होने के बाद झारखंड में कुश्ती संघ बना. यहां मैक्सिमम डिस्ट्रिक्ट्स का अपना रेसलिंग एसोसिएशन है लेकिन स्पोट्र्स हब के रूप में पहचान रखने वाले इस्ट सिंहभूम में इसका कोई एसोसिएशन नहीं है. यही कारण है कि सिटी से कोई भी रेसलर नेशनल लेवल पर रेसलिंग में पार्टिसिपेट तक नहीं कर सका है. आश्चर्य इस बात का है कि इस दिशा में अब तक किसी प्रकार की कोशिश नहीं की गई है.

तीन district का था कुश्ती में वर्चस्व
झारखंड जब बिहार का हिस्सा था, उस वक्त भी इस्ट सिंहभूम में कोई रेसलिंग एसोसिएशन नहीं था। इसका पता इसी से चलता है कि झारखंड अलग होने के बाद जब यहां झारखंड रेसलिंग एसोसिएशन बना, उस समय इसके लिए केवल रांची, धनबाद और बोकारो स्टील प्लांट का ही नाम सामने आया था। इसके अलावा कहीं न तो कोई रेसलर था और न ही एसोसिएशन।

नहीं है association
झारखंड के 24 डिस्ट्रिक्ट में से केवल इस्ट सिंहभूम, वेस्ट सिंहभूम व खरसांवा में रेसलिंग एसोसिएशन नहीं है और न ही यहां रेसलर्स का ही पार्टिसिपेशन होता है। कोल्हान के केवल एक डिस्ट्रिक्ट सरायकेला-खरसांवा का अपना रेसलिंग एसोसिएशन है और यहां से मेल व फीमेल दोनों ही रेसलर्स का पार्टिसिपेशन
बेहतर है।

18 से दिल्ली में start हो रहा senior asian wrestling
दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में 18 से 27 अप्रैल तक सीनियर एशियन चैम्पियनशिप इन फ्री स्टाइल, ग्र्रीको रोमन व फीमेल रेसलिंग स्टार्ट हो रहा है। इसमें पूरी कंट्री से रेसलर्स पार्टिसिपेट कर रहे हैं। अलग-अलग वेट ग्र्रुप में झारखंड से भी कई रेसलर्स शामिल हो रहे हैैं, लेकिन अफसोस की बात है कि इसमें भी इस्ट सिंहभूम डिस्ट्रिक्ट का कोई पार्टिसिपेशन नहीं है।

Olympion सुशील कुमार ने भी झारखंड से लड़ी है कुश्ती
ऐसा नहीं है कि कुश्ती से झारखंड का कोई लेना-देना नहीं है। हरियाणा के रेसलर व ओलंपियन सुशील कुमार ने कुश्ती की शुरुआत झारखंड से ही की थी। उन्होंने वर्ष 2000 से 2004 तक यानी रेलवे ज्वाइन करने तक झारखंड से ही पहलवानी की थी। इस दौरान झारखंड रेसलिंग एसोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी भोलानाथ सिंह उनके कोच थे। भोलानाथ सिंह ने कहा कि इस दौरान सुशील का परफॉरमेंस काफी बेहतर था और उन्होंने कई गोल्ड भी जीते।

हर sports में रहा है city का participation
जमशेदपुर स्पोट्र्स हब के रूप में जाना जाता है। लगभग हर स्पोट्र्स इवेंट यहां होते हैं। चाहे बात आर्चरी की हो, क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन या किसी दूसरे गेम की, सबमें सिटी का पार्टिसिपेशन रहता है। लेकिन रेसलिंग में कोई पार्टिसिपेशन न होना सबको अख्रर रहा है।

Do you know

1990 में city में हुई थी wrestling
ऐसा नहीं है कि सिटी का रेसलिंग की हिस्ट्री में कोई नाम नहीं है। वर्ष 1990 में इंडियन सीनियर नेशनल का आयोजन जमशेदपुर में ही हुआ था। इसके बाद से रेसलिंग से सिटी का नाम धीरे-धीरे खत्म होता चला गया। बाद में वर्ष 2003 व 2007 में रांची को मौका मिला था।

For your information

स्टेट में ऐसे कई रेसलर्स हैैं, जिन्होंने नेशनल रेसलिंग में पार्टिसिपेट किया और मेडल भी जीते हैैं।
मेल पार्टिसिपेटस
मनीष कुमार, राजीव रंजन, राजन सिंह, यशपाल, बबलू कुमार, रजनीश, इकबाल व अन्य
फीमेल पार्टिसिपेटस
नमिता कुमारी, प्रियंका, बबिता कुमारी व अन्य

मैंने कई बार प्रयास किया कि जमशेदपुर में भी रेसलिंग एसोसिएशन हो और यहां से भी रेसलर्स सामने आएं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हम चाहते हैैं संस्था बने तो बेहतर काम हो, पॉकेट संस्था बनाकर प्लेयर्स को कोई फायदा नहीं होने वाला।
-भोलानाथ सिंह, जेनरल सेक्रेटरी, झारखंड रेसलिंग एसोसिएशन

Report by: goutam.ojha@inext.co.in


Posted By: Inextlive