- 12 से 19 अप्रैल के बीच होना है नामांकन

- शुभ मुहूर्त देखकर ही प्रत्याशी दाखिल करेंगे पर्चा

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ALLAHABAD: पार्टी ने टिकट दे दिया तो नेताजी पूरे लाव-लश्कर के साथ रोजाना गांव-गांव चौपाल और सभाएं कर रहे हैं। कार्यकर्ता भी जोश-खरोश से लबरेज हैं। सभी को चुनावी पर्चा दाखिल करने का इंतजार है। बावजूद इसके नेताजी का ध्यान ग्रह-नक्षत्रों की चाल पर है। वह चुनाव लड़ने की शुरुआत में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। पर करें क्या, नामांकन के लिए निर्धारित एक सप्ताह में केवल तीन दिन ही बेहतर मुहूर्त वाले हैं, जिनमें पर्चा दाखिल करने के बाद उन्हें बेहतर रिजल्ट मिल सकता है।

कुंडली से लेकर पंचांग तक

लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के घर से लेकर ऑफिस तक इस समय कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ लगी है। सभी नामांकन की तैयारियों में जुटे हैं। प्रत्याशी भी जानते हैं कि नामांकन से असली चुनाव की शुरुआत होनी है। इसलिए पहला कदम सोच-समझकर उठाना होगा। इसके चलते उनका अधिकतर समय ज्योतिष और पुरोहितों के साथ बीत रहा है। नामांकन का सही समय तय करने के लिए प्रत्याशियों की जन्म कुंडली से लेकर पंचांग तक खंगाले जा रहे हैं। ताकि, ग्रह-नक्षत्रों की चाल को सही तरीके से समझा जा सके।

नामांकन के लिए तीन दिन बेहतर योग

डिस्ट्रिक्ट की दोनों लोकसभा सीटों का चुनाव आठवें चरण में सात मई को होना है। जिसकी नामांकन तिथि 12 से 19 अपैल के बीच रखी गई है। इस एक सप्ताह के अंतराल में ही सभी प्रत्याशियों को अपना पर्चा दाखिल करना होगा। ज्योतिषियों की नजर से देखें तो इनमें से केवल तीन दिन ही ऐसे हैं, जिनमें बेहतर मुहूर्त है। इनमें नामांकन कराने से उन्हें चुनाव में अधिक लाभ हो सकता है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये मुहूर्त

13 अप्रैल - उत्तरा फाल्गुन नक्षत्र लग रहा है। ध्रुव योग होने की वजह से यह प्रत्याशी को योद्धा की तरह युद्ध में विजय दिलाता है।

14 अप्रैल- हस्त नक्षत्र लग रहा है और दिन भी सोमवार का है। ऐसे में यह योग प्रत्याशी को हाथी की तरह बलवान बना सकता है, ताकि वह दूसरों को हराने में सक्षम हो जाए।

17 अप्रैल- विशाखा नक्षत्र बन रहा है। गुरुवार का दिन और सिद्धि योग होने की वजह से प्रत्याशी के सभी मनोरथ सिद्ध हो सकते हैं।

(इसके अलावा ज्योतिषियों का कहना है कि जो लोग छूट जाएंगे वह 19 अप्रैल को भी नामांकन करा सकते हैं। अनुराधा नक्षत्र होने की वजह से प्रत्याशी अपनी श्रेष्ठता साबित करने में कामयाब होगा)

प्रशासन के लिए होगा चैलेंज

हर बार चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या औसतन बीस से अधिक होती है। ख्009 लोकसभा चुनाव में फूलपुर से ख्ब् और इलाहाबाद से फ्क् प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार भी कुछ ऐसा ही होने के आसार हैं। सभी को एक सप्ताह के भीतर नामांकन करना होगा। ऐसे में प्रशासन को सभी को निपटाना आसान नहीं होगा। खासतौर से इन तीन दिनों में ज्यादा भीड़ होने के आसार हैं। सभी ने पर्चा दाखिले की तैयारी भी शुरू कर दी है।

स्मार्ट हैं प्रत्याशी, नहीं लेते कोई रिस्क

ज्योतिषी कहते हैं कि प्रत्याशी पहले से ज्यादा स्मार्ट हो चुके हैं। यह मौका केवल नामांकन कराने का नहीं बल्कि बाहुबल दिखाने का होता है। कोशिश होती है कि कितनी अधिक भीड़ काफिले में जुटाई जा सके। कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई दूसरा बड़ा प्रत्याशी उसी दिन पर्चा दाखिल कर रहा है, अगर ऐसा हुआ तो मीडिया अटेंशन नहीं मिलेगा। इन सभी चीजों को देखने के बाद ही डेट फिक्स की जाती है। प्रत्याशी अक्सर नामांकन के लिए दो से तीन मुहूर्त निकलवाते हैं। वैसे भी प्रत्याशियों के घरों में अभी से पूजन-अनुष्ठान शुरू हो चुका है।

-नामांकन तैयारियों में मुहूर्त का बहुत महत्व होता है। इसके तय होने के बाद ही प्रत्याशी अगला कदम उठाते हैं। हालांकि पर्चा दाखिला के लिए केवल सात दिन हैं और नक्षत्र ख्7 हैं। कम समय में बेहतर मुहूर्त मिलना मुश्किल है। फिर भी इस बार तीन दिन ऐसे हैं जिनमें अधिक से अधिक नामांकन होने के आसार हैं।

आचार्य अविनाश राय, ज्योतिषाचार्य

-नवरात्र के बाद अच्छे दिन की शुरुआत हो जाएगी। इस कारण से प्रत्याशी थोड़े निश्चिंत हैं। अक्सर चुनाव लड़ने वाले दो से तीन मुहूर्त निकलवाते हैं, ताकि वह अपनी बाकी तैयारियों के साथ किसी एक दिन का चयन पर्चा दाखिला के लिए कर सकें।

अमित बहोरे, ज्योतिषाचार्य

Posted By: Inextlive