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PATNA : एक तरफ सरकार की ओर से भ्रष्टाचार खत्म करने की बात की जा रही है तो दूसरी तरफ पटना कलेक्ट्रेट में स्टांप पेपर की खुलेआम कालाबाजारी चल रही है. 100 रुपए के स्टांप पेपर के लिए आम पब्लिक को 250 रुपए देने पड़ रहे हैं. स्टांप पेपर की कालाबाजारी की शिकायत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास पिछले कई दिनों से आ रही थी. हकीकत जानने के लिए रिपोर्टर ने कलेक्ट्रेट जाकर स्टिंग ऑपरेशन किया तो सामने आया स्टांप पेपर का सच. आप पढि़ए स्टांप पेपर खरीदने के किन चरणों से गुजरना पड़ता है आम पब्लिक को..

इस तरह हुआ खुलासा

नन जुडिशियल स्टांप के नाम पर दलाली करने वालों का गिरोह पटना कलेक्ट्रेट में सक्रिय है. गिरोह के सदस्य ऐसे लोगों पर नजर रखते हैं जो स्टांप पेपर खरीदने के लिए अधिकृत वेंडर के पास जाते हैं. 100 रुपए के स्टांप पेपर को खरीदने के लिए जैसे ही डीजे आई नेक्स्ट रिपोर्टर अधिकृत वेंडरों के पास पहुंचा तो वहां काम करने वाले बाबू ने बताया कि स्टांप नहीं है. बाहर निकलते ही पहले मौजूद दलाल 250 रुपए में स्टांप मुहैया कराने की बात कही. रिपोर्टर द्वारा पैसा देने पर पांच मिनट के अंदर ही वेंडर बच्चू प्रसाद सिंह के यहां से स्टांप लाकर दे दिया.

आम पब्लिक परेशान

कम राशि वाले नन जुडिशियल स्टांप की कमी है. आम लोगों को यह आसानी से नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से लोग स्टांप पेपर के लिए परेशान रहते हैं. जिसका फायदा कालाबाजारी करने वाले बिचौलिया उठाते हैं. पड़ताल के दौरान पता चला कि 100 रुपए के स्टांप के एवज में 250 रुपए वसूले जा रहे है. पटना सिविल कोर्ट के एक अधिवक्ता ने बताया कि कालाबाजारी में जिला कोषागार की अहम भूमिका है. स्टांप पेपर की कमी उत्पन्न करने के लिए कोषागार के कर्मचारी मनपसंद वेंडरों को स्टांप पेपर मुहैया कराते हैं.

स्टांप बेचने वाले गिरोह के सदस्य पिंटू और डीजे आई नेक्स्ट के रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के अंश..

रिपोर्टर - नन जुडिशियल स्टांप कहां मिलेगा?

पिंटू - यहां नहीं मिलेगा.

रिपोर्टर - मगर पहले मिलता था.

पिंटू - क्या काम है?

रिपोर्टर - जमीन का आपसी बंटवारा करना है.

पिंटू - कितने रुपए का स्टांप चाहिए?

रिपोर्टर - 100 रुपए का 1 स्टांप चाहिए.

पिंटू - 250 रुपए में मिलेगा.

रिपोर्टर - डबल से भी ज्यादा पैसा मांग रहे हैं आप?

पिंटू - यहां इसी रेट पर मिलेगा ?

रिपोर्टर - चलिए दिलवा दीजिए.

पिंटू - आप जाएंगे तो नहीं मिलेगा.

रिपोर्टर- तो मैं क्या करुं ?

पिंटू - आप यहीं रहिए, मैं सामने से ला रहा हूं.

Posted By: Manish Kumar