- वार्ड 21 में सिर्फ कागजों में हो रहा काम, भीषण गर्मी में खराब हैंडपंप बढ़ा रहे पेयजल समस्या

मेरठ। शहर के पॉश और मुख्य एरिया में से वार्ड- 21 एक है। लेकिन यहां अभी भी विकास शून्य ही है। क्षेत्रीय लोग अभी भी गंदगी में जीने के लिए मजबूर हैं। साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं हैं। यहां के पार्षद की माने तो कागजों में विकास पूरा है। इसके साथ ही लोगों की सभी समस्याओं को निस्तारण भी लगातार कागजों में करवाया जा रहा है। वार्ड में विकास और समस्याओं के निस्तारण की हकीकत तस्वीरें बयां करती हैं। नाले, कूड़े और गंदगी से अटे हैं जबकि नालियों में जमा सिल्ट के चलते पानी रूक जाता है। हैंडपंप खराब हैं। बरसात में तो यहां स्थिति और और भी खराब हो जाती है। गंदगी से मच्छर पनपते हैं जिससे महामारी फैलने का खतरा दोगुना हो जाता है।

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पाषर्द

यहां गंदगी बहुत है। साफ-सफाई बिल्कुल नहीं होती। जगह-जगह कूड़ा पड़ा रहता है। सड़कें टूटी-फूटी हैं। कई बार तो पत्थर उखड़े होने की वजह से एक्सीडेंट हो जाता है।

अंकित

ऊषा रानी

जनसंख्या

23,000

वोटर्स- 12,000

एजुकेशन- 10वीं पास

मोहल्ले - मंगल पांडे नगर, विक्टोरिया पार्क, विक्टोरिया गार्डन, स्पोटर्स कॉलोनी, महाराणा प्रताप कॉलोनी, आयकर कॉलोनी, यूनिवर्सिटी कैम्पस, अजंता कॉलोनी, जनकपुरी, भवानी नगर, राजीव नगर, गांधी नगर, जज कॉलोनी, बलवंत नगर, आर्य नगर, जसराम पुरा, भभूति कॉलोनी, रामगढिया, आशा नगर, पुतली नगर, औरंगशाहपुर डिग्गी, अशोक नगर

हक और हकीकत

सड़कों में गड्ढे

वार्ड में पड़ने वाले इलाकों में अधिकतर की सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। सड़कों की कंक्रीट उखड़ी हुई हैं। जगह-जगह गड्ढे हो रहे हैं। इससे कई बार तेज गति से आने वाले वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।

गंदे नाले

वार्ड में मंगलपांडे नगर में आने वाला नाला पूरी तरह से कूड़े और गंदगी से पटा है। यहां से उठती बदबू और गंदगी से सांस लेने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। नाले कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुके हैं।

नालियां

वार्ड 21 में पड़ने वाली अधिकतर नालियां बंद पड़ी हुई है। नालियों में ही कूड़ा पड़ा रहता है जिसकी वजह से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। नतीजतन सड़कों पर ही गंदा पानी भर जाता है। अधिकतर नालियां टूटी हुई हैं। यहां सफाई के लिए कोई सफाई कर्मचारी भी नहीं है।

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हैंडपंप

वार्ड में हैंडपंप जर्जर हो चुके हैं। अधिकतर हैंडपंप की यही स्थिति है। खराब हैंडपंप होने की वजह से यहां के निवासियों को पानी की कमी से जूझना पड़ता है। गर्मी में तो समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है।

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कूड़ा और गंदगी

वार्ड 21 में जगह-जगह गंदगी की समस्या बनी हुई है। यहां सड़कों पर ही कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। आने-जाने वाले लोगों को गंदगी की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो गंदगी की वजह से गुजरना मुश्किल हो जाता है।

जवाब दो पार्षद जी

सवाल- आपने वार्ड क्या विकास कार्य करवाया है।

जवाब- वार्ड में लगभग 50 लाख रुपये का काम करवाया जा चुका है। इसमें 8 लाख कीमत का अजंता कॉलोनी का नाला और पुलिया बनवाई गई है। मुकेश वाली गली में 4 लाख की लागत की नाली बनवाई गई है। डिग्गी भट्ठे में 7 लाख लागत की इंटरलॉकिंग करवाई जा चुकी है।

सवाल- आपके वार्ड में गंदगी बहुत ज्यादा है।

जवाब-वार्ड में कोई गंदगी नहीं हैं। सभी जगह काम करवाया जा चुका है.वहीं नियमित तौर पर इलाके में साफ-सफाई कराई जाती है।

सवाल-मंगल पांडे नगर में नाला बहुत गंदा है।

जवाब- नाले में गंदगी नहीं हैं। हमने अभी मशीनों से सफाई करवाई है।

सवाल- वार्ड में जगह-जगह कूड़ा पड़ा है।

जवाब- हम अपनी तरफ से सारी सफाई करवा रहे हैं। निगम को लिख कर दे रहे हैं। कागजों मे सारा काम हो रहा है। निगम नहीं करके दे रहा तो हम क्या कर सकते हैं।

सवाल- वार्ड में हैंडपंप खराब है।

जवाब- हैंडपंप के लिए हमने निगम को लिख कर दे रखा है। निगम काम नहीं कर रहा है.हमारी तरफ से सभी काम करवाएं जा रहे हैं।

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पब्लिक डिमांड

-पानी के लिए स्वच्छ पानी मिले

- बिजली व्यवस्था दुरूस्त हो

- नालों की सफाई हो

- वार्ड में से गंदगी दूर हो

- हैंडपंप ठीक हो

- वार्ड का विकास हो

पब्लिक कोट्स

यहां पीने के पानी की बहुत दिक्कत है। हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। पार्षद को कई बार कहा गया है कि हैंडपंप ठीक करवाएं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।

चंद्रमा राम

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नाले, नालियां गंदे पड़े रहते हैं। जगह-जगह पानी भर जाता है। बीमारियां हो जाती है। सफाई भी कभार होती है। बरसात में तो बीमारियों का डर रहता है।

रचित जैन

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बिजली नहीं आती है। गर्मी में घंटों बिना पंखा-कूलर रहते हैं। बीमार हो जाते हैं। खंबों से तार लटके रहते हैं। कभी भी करंट लगने की स्थिति पैदा हो सकती है।

कपिल

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Posted By: Inextlive