फिटनेस में नहीं चलेगा फर्जीवाड़ा
नए साल से गाडि़यों की होगी कंप्यूटराइज्ड फिटनेस
आरटीओ में तैयार हुआ नया कंप्यूटराइज्ड फिटनेस ट्रैक फिटनेस पूरा होने के बाद वाहन मालिक को मिलेगा सर्टिफिकेट Meerut। शहर की सड़कों पर खस्ता हाल में दौड़ रहे वाहनों के लिए अब आरटीओ कार्यालय से फिटनेस सर्टिफिकेट लेना आसान नही होगा। फिटनेस के मानक पूरे होने के बाद ही सर्टिफिकेट वाहन मालिक को मिलेगा। यह सर्टिफिकेट अब कंप्यूटर द्वारा पूरी जांच कर जारी किया जाएगा। करीब तीन साल से अधर में अटके आरटीओ विभाग के फिटनेस टेस्टिंग ट्रैक का काम लगभग पूरा हो चुका है। नए साल से इस ट्रैक पर वाहन की फिटनेस जांच होगी। जिसके मानक में जरा सी भी कमी होगी उस वाहन को कंप्यूटर अनफिट करार देगा। कैमरों से होगी फिटनेसविभाग में रोजाना आने वाले सैकड़ों वाहनों को विभाग के मैदान में खड़ा कर ऊपरी तौर पर जांच कर फिटनेस दे दिया जाता है। ऐसे में मानकों के अनुरुप ना होने पर भी फिटनेस जारी कर दी जाती है। लेकिन अब ट्रैक पर ही वाहन की जांच होगी जिसमें कंप्यूटर और कैमरों द्वारा गाड़ी की पूरी जांच करने के बाद सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। केवल ट्रैक पर खड़ा करके बॉडी से चेसिस तक वाहन की पूरी जांच की जाएगी।
ट्रैक पर बना आरआई केबिन
फिटनेस जांच के लिए आरआई टेक्निकल का टेस्टिंग केबिन भी इस ट्रैक के बराबर में बनाया गया है ताकि आरआई कंप्यूटर द्वारा बताई गई कमियों के आधार पर सर्टिफिकेट पर साइन कर सके। इस केबिन से ही आरआई वाहन से संबंधित पेपर जांच के बाद ट्रैक पर वाहन की पूरी फिटनेस जांच करेगा। इस ट्रैक में लाइट, कैमरों के साथ आवश्यक मानकों की गाइड लाइन भी लगेगी। फिटनेस ट्रैक का काम 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि नए साल से गाडि़यों की फिटनेस ट्रैक पर पूरी पारदर्शिता के साथ होगी। किसी प्रकार की कमी इस ट्रैक पर पास नही होगी। चंपा लाल निगम, आरआई टेक्निकल