Bollywood’s unconventional couple- Anurag Kashyap and Kalki Koechlin- tells it like it is.

बॉलीवुड का ये डिफरेंट कपल इस वक्त हैं सिर्फ प्यार और ऑफ कोर्स फिल्मी मूड में. कहा जाता है कि अनुराग कश्यप और कल्कि में मुश्किल से ही कोई सिमलैरिटी होगी. हनीमून पर टर्की जाने से पहले उन्होंने शेयर किए कुछ खूबसूरत मोमेंट्स...

एक-दूसरे के लिए आपका फस्र्ट इम्प्रेशन क्या था?


Anurag Kashyap: जब मैं पहली बार इससे मिला, मुझे ये अच्छी नहीं लगी. मुझे जबरदस्ती इसका देव डी का ऑडिशन देखना पड़ा. वह एक सफेद और फिरंग सी दिखने वाली लडक़ी थी जिसके पोर्टफोलियो में अजीब से पोजी फोटोज थे और मुझे लगा, ‘मैं इसे अपनी फिल्म में नहीं लेने वाला’. लेकिन जब मैंने ऑडिशन देखा, मैंने तुरंत इसे मिलने के लिए फोन कर दिया.

तो ये लव ऐट फस्र्ट साइट नहीं था, ना?


Kalki Koechlin: बेशक नहीं था! मुझे तो ये भी नहीं पता था कि ये हंै कौन. मुझे याद है कि मेरे ऑडिशन के बाद मैंने ब्लैक फ्राईडे की डीवीडी ढूंढ़ी थी ये जानने के लिए कि इस बंदे में खास क्या है.
पहला कदम किसने बढ़ाया?


KK: अनुराग की तरफ देखते हुए, वेल तुमने काफी दिनों तक मेरा पीछा किया था...
AK: हां, पूरे दो हफ्ते. मैं हर दिन इससे डिनर के लिए पूछता था.
KK: वेल, मुझे शक था. ये काफी बड़े थे, डायवोर्सी थे और एक डैड भी थे. मैं ये भी नहीं चाहती थी कि लोग सोचें कि मैं पहली ही फिल्म में डायरेक्टर पर कब्जा कर लिया!
लेकिन शादी तो नहीं हुई थी, ना? आप लिव-इन रिलेशन में थे?


KK: मैंने इनसे बोल दिया था कि अगर तुम कभी शादी करना चाहोगे तो ये बस इस कमरे तक ही सीमित रहेगी. और ऑलमोस्ट ऐसा ही हुआ. शादी में बस 20 करीबी लोग थे.
क्या अपने स्पाउस के साथ काम करना हेल्पफुल होता है...


AK: हम 13 दिन तक एक-दूसरे से बात किए बिना रहे क्योंकि हम बहुत बिजी थे. ये वाकई इमोशनल जर्नी थी.
KK: हां, हम घर वापस आते और कभी-कभी एक-दूसरे की तरफ पीठ करके सो जाते थे. लेकिन एक ऐसी फिल्म (दैट गर्ल इन यलो बूट्स) में एक पर्सनल कम्फर्ट लेवल मददगार साबित होता है.
AK: लेकिन अब तो ये बड़ी स्टार हो गई है इसलिए मैनेज कर सकती है...
क्या इनके पास अभी भी आपको रिझाने के लिए वक्त है?


KK: नहीं, अब तो हमारी शादी हो गई है.
AK: लेकिन मैं अभी भी तुम्हारे प्यार की गिरफ्त में हूं.
 
लड़ाई में कौन जीतता है और कौन ज्यादा इनसिक्योर है?


KK: मैं हूं जो हमेशा इनके पास जाकर लड़ाई निपटाती हूं. लेकिन हम पागलों की तरह लड़ते हैं. चीखना, चिल्लाना और वो सब कुछ जो एक फिल्मी फाइट में होता है. लेकिन हम बहुत जल्दी सुलझा भी लेते हैं.
AK:मुझे लगता है कि जब दूसरी लड़कियों की बात आती है तो ये ज्यादा इनसिक्योर है...
KK: लेकिन ये खुद को लेकर ज्यादा इनसिक्योर हैं. इन्हें लगता है कि ये मोटे हैं, काले हैं और कुछ वड्र्स कायदे से प्रोनाउंस नहीं कर पाते. दरअसल ये सब फालतू है.
 
आपने कहा था कि यलो बूट्स के बाद आप कल्कि के साथ कोई और इंटेंस फिल्म नहीं बनाएंगे...

KK: मैं इन्हें सारी सुपर गर्ली स्टाइलिश फिल्में दिखा रही हूं. इन्हें प्राइड एंड प्रेजुडिस के मिस्टर डार्सी पसंद हैं. क्या आप सोच सकते हैं.
AK: मैं अब एक पूरी तरह से रोमांटिक फिल्म बनाने वाला हूं. बेहतर है दूसरे संभल जाएं.
 
क्या आपकी अनुराग की बेटी से दोस्ती है?


KK: जब वह साथ में होती है तो हम इन्हें घेर लेते हैं.
AK: वह मुझसे ज्यादा कल्कि की दोस्त है.
एक आइडियल अनुराग-कल्कि डे कैसा होना चाहिए?


KK: फोन स्विच ऑफ, कहीं बहुत दूर शायद कहीं टहलते या पढ़ते हुए! अगर इनके हाथ में हो तो ये थिएटर जाकर अपनी फेवरिट फिल्में देखेंगे. उनके लिए यही हॉलीडे होगा.
AK:  मैं वादा करता हूं टर्की में ऐसा कुछ नहीं करूंगा.

Posted By: Garima Shukla