पाकिस्तानी न्यूजपेपर 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' में अफरीदी के हवाले से लिखा गया है 'अख्तर सच कह रहे हैं. मैंने फील्डिंग करते समय अख्तर की गेंद के आगे तेंडुलकर के पांव को कांपते हुए देखा है.....हर बल्लेबाज के साथ कभी-कभी ऐसा होता है कि वह प्रेशर महसूस करता है'


Mountain Dew के एडवर्टाइजमेंट की एक फेमस टैग लाइन है- ‘डर सबको लगता है, गला सबका सूखता है’ (dar sabko lagta hai, gala sabka sookhta hai). मास्टर ब्लास्टर के बारें में कुछ ऐसी ही बातें पूर्व पाकिस्तानी कप्तान साहिद अफरीदी भी कह रहे हैं. उनका कहना है कि रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर की बालिंग के सामने सचिन के पैर कांपने लगते थे. अफरीदी का यह बयान शोएब की आटोबायाग्रफी ' कंट्रोवर्शली योर्स ' के रिलीज होने के बाद उसके समर्थन में आया है. 
शोएब ने बुक में लिखा था कि फैसलाबाद टेस्ट के दौरान तेंडुलकर उनकी एक गेंद पर नर्वस हो गए थे. उनके मुताबिक शोएब ने तेंडुलकर को एक ऐसी गेंद फेंकी थी कि सचिन बुरी तरह डर गए थे. वे इतना घबरा गए थे कि उन्होंने गेंद को छुआ तक नहीं. शोएब का कहना है कि वह पहला मौका था जब उन्होन तेंदुलकर को उनकी बाल की स्पीड से घबराते हुए देखा था. मजेदार बात यह है कि फैसलाबाद की पिच को धीमी पिच माना जाता है और यहां गेंदबाजों को काफी मुश्किल के बाद की स्पीड मिल पाती है. 


इसके पहले शोएब के इस बयान पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने जोरदार प्रतिक्रिया दी थी. वसीम अख्तर के बयानों को सिरे से खारिज करते हुए उन्होने कहा था कि सचिन एक महान बल्लेबाज हैं और कोई भी  अच्छा बैट्समैन कभी भी किसी बालर से नहीं डरता. शोएब ने वसीम अकरम पर भी आरोप लगाते हुए लिखा था कि अकरम ने उनका करिअर तबाह कर दिया है.

Posted By: Divyanshu Bhard