- शस्त्र लाइसेंस विभाग में आने वाले लाइसेंसधारियों के रिन्यूवल के लिए प्रिंटेड बार कोड का होगा इस्तेमाल

GORAKHPUR: शस्त्र लाइसेंस रिन्यूवल में अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। क्योंकि रिन्यूवल की प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब लाइसेंस पर मोहर और सिग्नेचर की बजाय प्रिंटेड बार कोड युक्त पर्ची लगी होगी। जिसमें रिन्यूवल और लाइसेंस से संबंधित पूरी डिटेल मौजूद होगी। इससे लाइसेंस रिन्यूवल में फर्जीवाड़े पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सकेगी।

मिलेगी रिन्यूवल की स्लिप

बता दें, पहले शस्त्र लाइसेंस की कॉपी पर रिन्यूवल प्रक्रिया पूरी करने के बाद मोहर के साथ एडीएम सिटी के सिग्नेचर किए जाते थे। लेकिन अभी हाल में नर्वल तहसील में कई लाइसेंस में फर्जी मोहर और सिग्नेचर पकड़े गए। इसको देखते हुए अब प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब रिन्यूवल के लिए आवेदन करने पर चालान का ब्यौरा, पुलिस रिपोर्ट, फोटो, सिग्नेचर को स्कैन कर ऑनलाइन अपडोल किया जाएगा। इसके बाद इसे डीएम के पास अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। वहां से अप्रूव होने के बाद एडीएम सिटी ऑफिस में 2 रिन्यूवल स्लिप मिलेगी। जिसे एक लाइसेंस कॉपी पर और दूसरी रिसीविंग कॉपी विभाग के पास मौजूद होगी।

फरवरी में शुरू होगी रिन्यूवल प्रक्रिया

वहीं शस्त्र विभाग के बाबू राम सिंह ने बताया कि शस्त्र रिन्यूवल प्रक्रिया अभी बंद चल रही है। लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटर की भर्ती एनआईसी की तरफ से की जाएगी। उसके बाद ही रिन्यूवल प्रक्रिया प्रारंभ हो सकेगी। यहीं नहीं बताया जा रहा है कि इस महीने में किसी भी कंप्यूटर ऑपरेटर की भर्ती नहीं की जा सकेगी। सीधे फरवरी माह में ही कंप्यूटर आपरेटर आने के बाद ही रिन्यूवल की प्रक्रिया प्रारंभ हो सकेगी।

जांच में दोषी पाए जाने पर हुई थी कार्रवाई

बीते दिनों शस्त्र विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा रिश्वत लेकर शस्त्र लाइसेंस बनवाने का एक मामला सामने आया था। जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कार्रवाई की गई थी। जिसके बाद से शस्त्र विभाग में जांच शुरू करते हुए जिला प्रशासन ने अभी तक रिन्यूवल प्रक्रिया के लिए किसी ऑपरेटर को नहीं रखा है। वहीं कार्रवाई के बाद से ही शस्त्र विभाग के अन्य बाबू फूंक-फूंक कर कदम रखे रहे हैं।

Posted By: Inextlive