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क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: शेखपुरा में पुलिस कर्मियों के वेतन और भत्ते में हुई अवैध निकासी के मामले की जांच के लिए गुरुवार को मुंगेर के डीआईजी जितेंद्र मिश्रा शेखपुरा पहुंचे। डीआईजी ने एसपी ऑफिस में एसपी और अन्य अफसरों के साथ बैठक कर गहन मंत्रणा की। एसपी दयाशंकर के साथ एसडीपीओ और डीएसपी मुख्यालय भी शामिल हुए। डीआईजी ने जिला के पुलिस कर्मियों के वेतन भुगतान संचिका की जांच की।

मामले में 2010 से होगी जांच

बाद में डीआईजी ने पत्रकारों से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अभी तक की प्रारंभिक जांच में 50 से 55 लाख की अवैध निकासी का अनुमान लगाया गया है। यह मामला सामने आने के बाद अब शेखपुरा जिला में 2010 से पुलिस कर्मियों के वेतन-भत्ते में भुगतान की जांच कराई जा रही है। इस मामले में शेखपुरा थाना में 7 पुलिस कर्मियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

सभी दोषी होंगे कानून के हवाले

डीआईजी ने बताया कि संलिप्त सभी लोगों को कानून के हवाले किया जाएगा और उन्हें बर्खास्त भी किया जाएगा। डीआईजी ने बताया कि जिनके खाते में अधिक रुपए भेजे गए हैं, उनसे राशि भी वसूल की जाएगी। अवैध निकासी में अभी 7 कर्मियों को नामजद किया गया है। जांच में और जीतने नाम सामने आएंगे, उनको भी अभियुक्त बनाया जाएगा। डीआईजी ने वेतन-भत्ते में अवैध निकासी के मामले को काफी गंभीर बताया।

7 पुलिस कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज

बताया गया कि जिन 7 पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, वे सभी शेखपुरा के एसपी ऑफिस में कार्यरत हैं। इसमें से वेतन-भत्ता बनाने का काम करने वाले पुलिसकर्मी मंटू पासवान को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। नामजद किए गए अधिकतर पुलिसकर्मी गिरफ्तारी के डर से छुट्टी का आवेदन देकर भूमिगत हो गए हैं।

जांच के लिए कमेटी गठित

शेखपुरा के डीएम ने जिला के सरकारी कार्यालयों में रुपए की निकासी और व्यय की जांच के लिए जांच कमेटी का गठन किया है। डीडीसी निरंजन झा इस कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं। डीएम ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। जांच कमेटी में डीडीसी के साथ नजारत वरीय उप समाहर्ता प्रमोद राम, डिविजन अकाउंट अफसर अभिमन्यु कुमार और लेखा पदाधिकारी राकेश रंजन को शामिल किया गया है। जांच टीम को जिला के सभी सरकारी कार्यालयों के मासिक लेखा की समीक्षा, वेतन और अन्य मद में प्राप्त आवंटन से जुड़े लेखा बही की जांच वित्तीय वर्षवार करने का निर्देश दिया गया है।

इन कर्मियों का आया है नाम

-मंटू पासवान

-महिला सिपाही संगीता कुमारी

-ड्राइवर मो सलीम

-सिपाही जितेंद्र सिन्हा

-संजीत कुमार

-गिरधारी यादव

-संजीत सिंह

पुलिस कर्मियों के वेतन-भत्ते से 50 लाख रुपए की अवैध निकासी मामले में 7 पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिन पर प्राथमिकी की गई है वे सभी एसपी ऑफिस में कार्यरत हैं। वेतन-भत्ता बनाने वाले मंटू पासवान को अरेस्ट किया गया गया है।

-जितेंद्र मिश्रा, डीआइजी, मुंगेर

Posted By: Inextlive