- 750 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस लेकर ले लिया जाएगा एडमिशन

- पहले यूनिवर्सिटी ने एडमिशन न लेने की कही थी बात

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी अपनी ही बातों से एक बार फिर मुकरने के लिए तैयार है. एडमिशन कमेटी की मीटिंग और उसमें हुए फैसले भी एक बार फिर बदले जाएंगे. इसके लिए यूनिवर्सिटी ने तैयारी भी शुरू कर दी है और इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है. अब यूनिवर्सिटी उन स्टूडेंट्स का भी एडमिशन लेगा, जिन्होंने एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है और जो यूनिवर्सिटी का फॉर्म भरने से चूक गए हैं. उन स्टूडेंट्स को शहर का रिनाउंड कॉलेज तो नहीं मिलेगा, लेकिन अगर किसी में जगह बची तो वह डायरेक्ट कॉलेज के जरिए रजिस्ट्रेशन कराकर एडमिशन ले सकेगा.

750 अदा करनी होगी फीस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने इस बार भी कॉमन एंट्रेंस में शामिल न हो पाने वालों को राहत देने की तैयारी की है. इसके लिए उन्हें 750 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस अदा करनी होगी. इसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और वह यूनिवर्सिटी से रजिस्टर्ड कॉलेज के एलिजिबल स्टूडेंट हो जाएंगे. जबकि, लास्ट ईयर कॉमन एंट्रेंस का फॉर्म भरने के बाद छूटने वालों से यूनिवर्सिटी ने महज 100 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस लेकर उन्हें एनरोल कर लिया था. इस बार यह फीस कॉमन एंट्रेंस की फीस के बराबर कर दी गई है.

कॉलेजेज की मनमानी से मुसीबत

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कॉलेजेज की मनमानी की वजह से यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन नहीं हो सके. लास्ट ईयर भी यूनिवर्सिटी में यही हालत हुई थी. कॉमन एंट्रेंस के लिए करीब 40 हजार स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि, लास्ट इयर यह आंकड़ा 50 हजार के पार पहुंच गया था. मगर फाइनल रजिस्ट्रेशन के आंकड़ों पर नजर डालें तो सेशन 2018-19 में यूनिवर्सिटी के पास 84 हजार स्टूडेंट्स थे. यानि सिर्फ 100 रुपए में रजिस्ट्रेशन कराकर बिना एंट्रेंस में शामिल हुए करीब 30 हजार स्टूडेंट्स का एडमिशन लिया गया था. इस बार यूनिवर्सिटी फिर एडमिशन की तैयारी में है, लेकिन वह रजिस्ट्रेशन चार्ज की जगह पूरी एंट्रेंस फीस वसूलने की तैयारी में है.

पहले जेईई के बिना अनुमति नहीं

यूनिवर्सिटी की तैयारी की बात करें तो पहले रजिस्ट्रार सुरेश चंद्र शर्मा ने साफ किया था कि यूनिवर्सिटी और सभी एफिलिएटेड कॉलेजेज के ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए जेईई में आवेदन करना मस्ट है. उन्होंने बताया था कि किसी भी ऐसे स्टूडेंट को किसी भी कॉलेज में सीधे प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, जिसने जेईई के लिए आवेदन न किया हो. मगर अब यूनिवर्सिटी अपने ही फैसले को फिर से पलटने के लिए तैयार है. वह कॉलेज जिन्होंने पहले से एडमिशन ले लिया है, उन्हें इससे काफी राहत मिलेगी और वह सिर्फ 750 रुपए खर्च कर बिना एंट्रेंस में शामिल हुए एडमिशन पा जाएंगे.

वर्जन

छात्रहित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया जा रहा है. एडमिशन कमेटी की मीटिंग में अप्रूवल के बाद इसे लागू किया जाएगा. जनरल और ओबीसी कैटेगरी के स्टूडेंट्स का कॉलेज को यूनिवर्सिटी के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर 750 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस अदा करनी होगी.

-प्रो. विजय कुमार, सह-समन्वयक, कॉमन एंट्रेंस एग्जाम

Posted By: Syed Saim Rauf