RANCHI: आने वाले दिनों में रांची शहर में कोई बेघर नहीं रहेगा। क्योंकि केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सबके लिए आवास में देश के जिन नौ राज्यों के 305 शहरों को शामिल किया गया है, उसमें झारखंड की राजधानी रांची शहर भी शामिल है। इस योजना के तहत सभी शहरी गरीब लोगों को सरकार घर बना कर देगी। इसके लिए केन्द्र सरकार शहरी क्षेत्र में गरीबों के लिए पूरे देश में दो करोड़ मकान बनवाएगी, जो अगले सात साल 2022 तक देश की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के साथ ही पूरा होगा। मौके पर लोगों को ये आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।

झारखंड के 15 शहरों में रांची भी

केन्द्रीय आवास व शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय ने इस योजना में झारखंड के 15 शहरों को शामिल किया है। इसमें रांची, जमशेदपुर, धनबाद, हजारीबाग जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। रांची शहर में अभी जेएनयूआरएम योजना के तहत शहरी गरीबों को आवास उपलब्ध कराने के लिए कुछ भवन बनवाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी रांची शहर में अभी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके पास अपना घर नहीं है।

बड़ी संख्या में नसीब होगी छत

साल 2011 की जनगणना के अनुसार, रांची शहर में 1.75 लाख आवास हैं, जबकि आबादी लगभग 11 लाख है। इस जनगणना के अनुसार, रांची शहर में जितने आवास की जरूरत है उससे एक लाख आवास कम हैं। साथ ही यह अनुमान लगाया गया है कि रांची शहर में जिस अनुपात में जनसंख्या बढ़ रही है उस अनुपात में लोगों को घर की छत नसीब होना मुश्किल है। ऐसे में रांची में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो बेघर हैं। ऐसे में इन बेघरों के लिए आने वाले दिनों में घर मिलने की उम्मीद जगी है।

2022 में आबादी होगी 20.17 लाख

जनगणना के अनुसार, जो अभी ट्रेंड चल रहा है उस हिसाब से साल 2017 में रांची की आबादी 17.37 लाख और साल 2022 में 20.17 लाख हो जाएगी। ऐसे में रांची में आवास की समस्या पैदा होगी और लगभग हर पांच लोग के लिए नए आवास की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में केन्द्र सरकार की सबके लिए आवास योजना का रांची के इन लोगों को लाभ मिलेगा।

Posted By: Inextlive