- कॉमर्शियल ट्रकों पर आरएफआईडी टैग लगवाना हुआ अनिवार्य

- इसके बाद सभी छोटे-बड़े कॉमर्शियल वाहनों पर लगेगा टैग

GORAKHPUR: टैक्स चोरी रोकने के लिए सेल टैक्स डिपार्टमेंट ने अक्टूबर से ही 50 हजार से ज्यादा माल ढुलाई कर रहे ट्रकों में (आरएफआईडी) रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिटी डिवाइस सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया था। इस व्यवस्था को विधिक रूप से एक नवंबर से लागू कर दिया गया है। जिसके बाद टैग लगाने के कार्य में तेजी आए इसके लिए केंद्र सरकार ने संभागीय परिवहन विभाग में भी इस कार्य में हेल्प करने के लिए अधिसूचना भेजी है। आरटीओ ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए कॉमर्शियल ट्रकों पर आरएफआईडी टैग लगवाना अनिवार्य कर दिया है। इसके अभाव में अब ट्रकों का परमिट भी नहीं पास किया जाएगा।

रुकेगा ई-वे बिल का दुरुपयोग

आरएफआईडी टैग सिस्टम बाहर जाने वाले माल पर टैक्स चोरी रोकेगा। एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले ट्रक जिसमें ई-वे बिल की अनिवार्यता है उनमें ये टैग लगना शत प्रतिशत अनिवार्य है। इससे ई-वे बिल का दुरुपयोग भी रुकेगा। इस नई व्यवस्था के तहत वाहन पर आरएफआईडी टैग लगा होने पर मार्ग में चेक पोस्ट व टोल प्लाजा पर लगे रेडियो टॉवर वाहन को तत्काल कैच करेंगे। टैग के चलते ई-वे बिल में दर्ज माल के विवरण का मिलान भी कर लिया जाएगा।

अभी बॉर्डर एरिया में लग रहे टैग

इस व्यवस्था के लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश के चार बॉर्डर सोनौली, तमकुहीराज, बढ़नी और मेरौना में टैग लगाया जा रहा है। जबकि गोरखपुर के गीडा में भी टैग लगाने का कार्य किया जा रहा है। टैग को लगाने के लिए शासन की तरफ से अधिकृत यूपी डेस्को के साथ सेल टैक्स की टीम बॉर्डर पर लगी है। जो प्रदेश से जाने और यहां दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर ये टैग लगा रही है। इसको लगवाने में मात्र 100 रुपए और दस मिनट का समय लगता है। जिसके बाद इस टैग की वैलिडिटी एक साल तक मानी जाती है। इसके बाद टैग लगी गाडि़यां एक साल तक इंडिया में कहीं भी माल ढुलाई कर सकती हैं।

ट्रकों को मिलेगी चेकिंग से राहत

ट्रकों में टैग लगने के बाद उन्हें बॉर्डर पार करते समय चेक नहीं किया जाएगा। आरएफआईडी से ही ट्रकों की सारी जानकारी मिल जाएगी। जिससे एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में जाने वाली गाडि़यों का समय भी बचेगा और वे गाडि़यां बेरोकटोक कहीं भी जा सकेंगी। इसके बाद शिकायत पर ही इनकी चेकिंग होगी।

बॉ्स

अन्य वाहनों में भी लगेगा टैग

असिस्टेंट कमिश्नर जयंत कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में कॉमर्शियल ट्रकों में आरएफआईडी टैग लगाया जा रहा है। अभी तक छह हजार ट्रकों में ये सिस्टम लगाया जा चुका है। इसके बाद छोटे-बड़े सभी कॉमर्शियल वाहनों में ये टैग लगाया जाएगा। जिससे टैक्स चोरी तो रुकेगी ही। साथ ही वाहनों को भी जगह-जगह चेकिंग कराने से छुटकारा मिलेगा।

आरटीओ में पहुंच रहे ट्रक मालिक

आरएफआईडी सिस्टम की जानकारी के अभाव में इस समय ट्रक मालिक आरटीओ में अपनी शंका लेकर पहुंच रहे हैं। जिनका आरटीओ मार्गदर्शन कर रहे हैं।

वर्जन

अधिसूचना आने के बाद सेल टैक्स अधिकारी से बात कर परिहवन विभाग के कार्यालय में एक कैंप लगाया जाएगा। जिसमें अधिक से अधिक ट्रकों में आरएफआईडी टैग लगाया जाएगा।

- श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन

ट्रक के बाद अन्य कॉमर्शियल वाहनों में भी आरएफआईडी टैग लगाया जाएगा। जिससे टैक्स चोरी रुकेगी।

- जयंत कुमार सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर सेल टैक्स

Posted By: Inextlive