Allahabad: सेंसर डेवलपमेंट में पहचान बना चुका आईआईआईटी अब रोबोटिक्स की फील्ड में भी नाम करने जा रहा है. गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने संस्थान में इस प्रोजेक्ट को प्रमोट करने की सहमति जता दी है. जल्द ही स्टूडेंट्स को इस एरिया में पीएचडी या विदेश जाने के लिए फंडिंग भी करने की व्यवस्था की जा रही है.


डेवलप होंगे हर तरह के रोबोट


संस्थान के कार्यवाहक निदेशक ने लास्ट फ्राइडे दिल्ली में डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की मीटिंग अटेंड की थी। वापस लौटने के बाद उन्होंने बताया कि आईआईआईटी में रोबोटिक्स की फील्ड में डेवलपमेंट को प्रमोट और फंडिंग करने की सहमति डीएसटी ने जता दी है। जल्द ही इस पर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद संस्थान में ह्यूमेनोइड, सोशल, मेडिकल रोबोट्स सहित वाइब्रेशन हार्वेस्टिंग रोबोट्स पर वर्क हो सकेगा। इस फील्ड में रिसर्च के जरिए स्टूडेंट्स को विदेश जाने की भी सुविधा दी जाएगी। एसईआरबी (साइंए एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड) की ओर से रिसर्च को बढ़ावा देने की बात कही गई है। इसके तहत बोर्ड 35 साल के यंग साइंटिस्ट्स को प्रमोट करेगा। बोर्ड उन्हें जेसी बोस फेलोशिप और रामानुजन फेलोशिप भी ऑफर करेगा। अगर कोई साइंटिस्ट विदेश से वापस इंडिया आना चाहता है तो बोर्ड ऐसे स्टूडेंट्स को फाइनेंशियल सपोर्ट करने के अलावा सेमिनार्स, सिम्पोजियम, वर्कशॉप आदि इवेंट्स में अपने रिसर्च प्रोजेक्ट्स को पेश करने का मौका भी देगा। संस्थान में बनाएं शैक्षिक माहौल

गणतंत्र दिवस के मौके पर कार्यवाहक निदेशक प्रो। नंदी ने स्टूडेंट्स को एड्रेस किया। उन्होंने कहा कि कैंपस में टीचिंग एटमास्फियर डेवलप करने की ओर ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस दौरान स्टूडेंट्स को इनकरेज करते हुए टीचर्स से क्वालिटी टीचिंग का माहौल बनाने की बात कही।

Posted By: Inextlive