व्हीकल्स पार्किंग सिटी की एक बड़ी प्रॉब्लम है. जहां पार्किंग हैं भी वहां अधिक वसूली होरही है.


लोगों के टोकने पर पार्किंग संचालक अभद्रता और मारपीट से भी बाज नहीं आते हैं। नगर निगम कंट्रोल रूम में भी लगातार ये कंप्लेन लोग कर रहे हैं। कई पार्किंग ऐसी जगह बना दी गई जिन्हें फाइनेंशियल इयर के तीन महीने बीतने के बाद भी नगर निगम कांट्रैक्ट पर नहीं उठा सका है। शायद फुटपाथ और रोड पर गाडिय़ां खड़ी होने और पैरलर पार्किंग की एक वजह ये भी हैं.

बढ़ती जा रही है problem

सिटी में नगर निगम के करीब 90 पार्किंग प्वाइंट्स हैं। नगर निगम इन्हें हर साल कॉन्ट्रैक्ट पर उठाता है। हर साल हजारों की संख्या में नए वाहन उतरने से पार्किंग की प्रॉब्लम बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद इस साल अभी तक लगभग 30 पार्किंग प्वाइंट्स कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं उठाए जा सके हैैं। इनमें श्याम नगर, काकादेव, कल्याणपुर मॉलरोड, सिविल लाइंस आदि एरिया शामिल हैं। नगर निगम सोर्सेज के मुताबिक इसकी दो वजह है एक तो पार्किंग प्वाइंट की जगह का सही चुनाव न किया जाना और दूसरा नगर निगम की अपेक्षानुसार टेंडर न पडऩा। मजबूरन कई पार्किंग नगर निगम को खुद संचालित करनी पड़ रही हैै।

नहीं मिल रहा छुटकारा

बीते फाइनेंशियल इयर में करीब 40 हजार नए व्हीकल्स रोड पर आ गए। लेकिन नगर निगम अभी तक पिछले साल से कम हैं। नई बनी परेड पार्किंग पर अभी भी ताला लटका हुआ है। कुल मिलाकर कानपुराइट्स को पार्किंग की प्रॉब्लम से छुटकारा नहीं मिल रहा है। दिनों  दिन समस्या और बढ़ती जा रही है। आर्य नगर, स्वरुप नगर, बिरहाना रोड, फूलबाग, मेस्टन रोड, गुमटी, नजीराबाद, नवीन मार्केट, मॉलरोड पर सडक़ पर गाडिय़ां सडक़ पर खड़ी रहती हैं। आधी से ज्यादा सडक़ व्हीकल्स से ही कवर हो जाती है। इससे अक्सर इन एरियाज में ट्रैफिक जाम हो जाता है और लोगों को परेशानी होती है.

Posted By: Inextlive