- स्कूल के पास सड़क जाम हुआ तो स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन पर होगी कार्रवाई

- स्कूलों में बनाई जा रही है ट्रैफिक कंट्रोल कमेटी जिसके मेंबर स्कूल के ऑन और ऑफ होने के दौरान गेट पर रहेंगे खड़े

- स्कूलों के गेट के सामने लगने वाली गाडि़यों पर कसेगा शिकंजा

- डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन को दिया कमेटी बनाने का निर्देश

PATNA : स्कूलों के सामने लगने वाली जाम और उसकी चपेट में आने वाले बच्चों की सिक्योरिटी को लेकर ख्0क्क् से जिला एडमिनिस्ट्रेशन और स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन के बीच चल रही वार्ता अब आखिरी दौर में है। एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से दिए गए लेटर का जवाब देना स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने शुरू कर दिया है। इसके तहत गेट पर ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए स्कूलों में ट्रैफिक कंट्रोल कमेटी बनाई जा रही है। कमेटी का काम होगा कि वो स्कूल के ऑन और ऑफ होने के दौरान गेट पर खड़े होकर ट्रैफिक को कंट्रोल करेंगे, इस दौरान वहां मौजूद पुलिस की भी वो मदद ले सकते है। लेकिन इसके बाद भी अगर उनके गेट पर ट्रैफिक दिखता है तो फिर उस पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल एडमिनिस्ट्रेशन के पास एक दर्जन से अधिक स्कूलों ने अपना लेटर दे दिया है। जिसमें स्कूलों की कमेटी के बारे में जानकारी दी गयी है। ताकि आसानी से ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सके।

गेट पर हादसों से बचने के लिए जरूरी

स्कूलों के गेट पर एक घंटे तक लगने वाली ट्रैफिक की चपेट में आए दिन बच्चे फंसते रहते हैं। कई दफा हादसे तक हो जाते हैं। ऐसे में गेट के सामने की ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए लगातार डीएम पटना के आदेश पर डीटीओ की टीम स्कूलों से बातचीत करती रही है। इस कड़ी में दो साल के बाद यह रिजल्ट निकल कर सामने आया है। अब स्कूलों के गेट के सामने की ट्रैफिक को कंट्रोल खुद स्कूल के जिम्मे होगा। और उस दौरान किसी भी तरह के हादसे या फिर गड़बड़ी के लिए वो खुद ही जिम्मेवार होंगे।

स्कूल की बसें अंदर जाएगी या फिर आधे किमी पीछे रुकेगी

फिलहाल पटना के स्कूलों में इस पर बात चल रही है कि जिनके पास कैंपस बड़ा नहीं है। उन स्कूलों की गाडि़यों को कैसे अंदर ले जाया जाएगा। डीटीओ पटना दिनेश कुमार ने बताया कि मीटिंग के बाद यह बताया जाएगा। इन्होंने बताया कि स्कूल की बसें अंदर नहीं जाएगी तो गेट से पहले ही वो बच्चों को उतारकर फौरन आगे निकल जाएगी। यही कंडीशन स्कूल में आने वाली ऑटो या फिर प्राइवेट गाडि़यों के साथ भी लागू होगी। ताकि गेट पूरी तरह से क्लियर रहे। और बच्चों को आने-जाने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

Posted By: Inextlive