अभी मैगी मे लेड की मात्रा अधिक होने का मामला ठंडा नहीं हुआ कि अब एक और मामला सामने आ गया है। उत्‍तर प्रदेश के बुलंदशहर में ग्लूकॉन डी में कीड़े मिलने की बात सामने आई हैं। ग्लूकॉन डी में कीड़े मिलने का खुलासा एक बच्‍चे के बीमार होने के बाद हुआ है।खाद्य विभाग ने सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट के बाद ही इस पर कोई एक्‍शन लिया जाएगा।


ग्लूकॉन डी के और भी नमूने भरे
उत्तर प्रदेश के बाराबांकी में मैगी में मिले लेड की पूरे देश में चर्चा है। देश के कई राज्यों में इस पर बैन भी लग गया हैं और कई में अभी इस पर जांच प्रक्रिया चल रही हैं। जिससे साफ है कि अभी यह मामला पूरी तरह से ठंडा नहीं हुआ है, लेकिन अब फिर से एक मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी शहर में सामने आया है। जी हां अब यहां पर एक ग्लूकॉन डी में कीड़े मिलने की बात सामने आयी है। हुआ यूं कि कुछ बच्चों ने ग्लूकॉन डी और इसके बाद अचानक से उन्हें उल्टी होने लगी। बाद में ग्लूकॉन डी में कीड़े होने की बात सामने आई। जिससे यह मामला खाद्य विभाग के संज्ञान में पहुंच गया। फिर क्या क्या देखते ही देखते खाद्य विभाग ने ग्लूकॉन डी के और भी नमूने भरे। इसके बाद उन्हें जांच के लिए लखनऊ भेज दिया है।मार्च 2015 का लेवल लगा था


सूत्रों की माने तों पीड़ित परिवार का कहना है कि उसने मार्च 2015 का लेवल लगा आधे किलो का ग्लूकोन डी का पैकेट खरीदा था। जिसे पीने के बाद बच्चे बीमार हो गए। इसके बाद पैकेट में कीड़े अंदर मिले हैं। हालांकि खाद्य विभाग का कहना है कि अभी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अगर रिपोर्ट गड़बड़ आती है तो इसके खिलाफ कठोर कार्यवाई होगी। बताते चलें कि हाल ही में मैगी में लेड की मात्रा अधिक पाए जाने से इस पर शिकंजा कसा जा रहा है। वहीं लोगों का कहना है कि बाजार में खान पान की चीजें बताकर जो लोग स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं उन पर कार्यवाई होना बहुत जरूरी है। इसके अलावा अब लोग यह भी डर रहे हैं कि न जानें कौन सी चीज किस तरीके उनके शरीर में जहर का काम कर जाए।

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Posted By: Shweta Mishra