yasir.raza@inext.co.inLucknow: पिछले दो महीनों में प्रदेश में 70 लाख वोटर बढ़ गए. इसमें 18 साल से 19 साल की उम्र वाले वोटर्स की संख्या लगभग 23 लाख है. यानी प्रदेश में एक बार फिर यंग वोटर अपना रोल निभाने को तैयार हैं. वहीं 20 लाख ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने अपना नाम वोटर लिस्ट से डिलीट करवा दिया हो. ऐसा या तो घर बदलने या फिर डबल इंट्री के कारण हुआ है.

बीएलओ को सौंपा जिम्मा

2014 में होने वाले इलेक्शन के लिए चीफ इलेक्ट्रोलर ऑफिसर ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शत प्रतिशत लोगों को वोटर आईडी कार्ड देने और ज्यादा से ज्यादा वोटर को वोट देने के प्रति प्रेरित करने के लिए चीफ इलेक्ट्रोलर ऑफिसर लगातार अभियान चला रहे हैं। कोई भी वोटर का नाम वोटर लिस्ट में आने से रह न जाए, इसके लिए बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

बढ़ गये सवा लाख वोटर

पिछले दो महीनों से चल रहे अभियान में लखनऊ में ऐसे वोटर्स की संख्या एक लाख 19 हजार है जिन्होंने फार्म 6 भरा है। यानी लखनऊ में 2012 में हुए जनरल इलेक्शन के बाद से अब तक एक लाख 19 हजार वोटर बढ़ गये हैं। इसमें यंगस्टर की तादाद भी कम नहीं है। इन वोटरों में 18 से 19 साल के नये वोटरों की संख्या 25 हजार से अधिक है।

मिलेगा कलर प्लास्टिक कार्ड

निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी की मानें तो अब किसी भी वोटर को कागज का लेमिनेटेड कार्ड देने के बजाय प्लास्टिक का इंफ्रारेड बेस कार्ड दिया जाएगा। इसमें वोटर की सारी डिटेल मौजूद होगी। साथ ही सिक्योरिटी फीचर पहले से बेहतर होगा। इस कार्ड में सिक्योरिटी बार भी मौजूद होगा, जिससे इस कार्ड की कॉपी नहीं हो सकेगी।

25 जनवरी को मिलेगा कार्ड

चीफ इलेक्ट्रोलर ऑफिसर उमेश सिन्हा ने बताया कि अब किसी भी वोटर को पेपर कार्ड नहंीं दिया जाएगा। 25 जनवरी जिसे मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है, को नये वोटर्स को कलर प्लास्टिक कार्ड दिया जाएगा। साथ ही पुराने वोटर्स का कार्ड भी एक साल के अंदर चेंज करने का टार्गेट रखा गया है। इसके लिए वोटर को कार्ड बदलने की फीस देनी होगी।

आबादी के 64.8 परसेंट होते हैं वोटर

निर्वाचन आयोग वोटर्स का टार्गेट कुल आबादी के आधार पर तय करता है। प्रदेश या जनपद में कुल आबादी का 64.8 परसेंट आबादी वोट करने की हकदार होती है। सेंसेस 2011 के अनुसार, लखनऊ की आबादी 45 लाख है। ऐसे में लखनऊ में वोटर्स की संख्या 29 लाख 16 हजार से अधिक होनी चाहिए। लेकिन, हर साल बढ़ रही आबादी के हिसाब से इस टार्गेट को बढ़ा कर 32 लाख किया गया है।

20 लाख लोगों ने कटवाये नाम

ऐसा नहीं है कि वोटर लिस्ट में सिर्फ नाम जुड़वाने वाले लोग ही आगे आ रहे हैं। दरअसल, जिन लोगों का नाम दो जगह था वे थी अपने नाम कटवा रहे हैं। यानी फार्म 7 के तहत जिन लोगों ने पिछले दो महीने में वोटर लिस्ट से अपना नाम डिलीट करने की रिक्वेस्ट की है उनकी संख्या 20 लाख से अधिक है। इसमें भी लखनऊ के 14 हजार लोग शामिल हैं। साथ ही 11 लाख वोटर्स ने अपने कार्ड में संशोधन के लिए अप्लाई किया है।

क्या कहते हैं अधिकारी

दो माह तक चले अभियान के तहत काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। वोट देने के प्रति लोग जागरुक हो रहे हैं। नये वोटर को अब कलर फुल प्लास्टिक कार्ड दिया जाएगा, जिस पर न सिर्फ रंगीन फोटो होगी बल्कि सिक्योरिटी ऑफ प्वाइंट से भी पहले से बेहतर होगा।

उमेश सिन्हा

चीफ इलेक्ट्रोलर ऑफिसर, यूपी

Posted By: Inextlive