Jamshedpur: सिटी में गोल्फ अब अमीरों तक ही सीमित नहीं है. इस खेल की पहुंच आम लोगों तक होती जा रही है. गोल्फ का रुझान बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी हो रहा है. टाटा स्टील ने भी गोल्फ को लोगों के लिए अफोर्डेबल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही. अब तो पेरेंट्स भी चाहते हैं कि उनके बच्चे क्रिकेट हॉकी की तरह गोल्फ को भी कॅरियर ऑप्शन के रूप में देखें.

टाटा स्टील ने की सब जूनियर गोल्फ टूर की शुरुआत
सिटी के बेल्डिह गोल्फ कोर्स व गोलमुरी गोल्फ कोर्स में टाटा स्टील द्वारा आयोजित आईजीयू सब जूनियर गोल्फ ने बच्चों को गोल्फ में अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका दिया है। इस साल फस्र्ट टाइम सब जूनियर गोल्फ की शुरुआत टाटा स्टील द्वारा की गई है। इस सब जूनियर गोल्फ टूर के बाद सिटी के साथ ही बाहर से आए बच्चों की भी प्रतिभा उभर कर सामने आयी है।

मिल रहा बच्चों को मौका
टाटा स्टील की पहल पर बेल्डिह गोल्फ कोर्स में टाटा गोल्फ ट्रेनिंग सेटर नाम से एक गोल्फ ट्रेनिंग एकेडमी चल रही है। इसके चीफ कोच अलन सिंह और उनके सहायक मो कलाम हैं। यहां बच्चों को महज तीन सौ रुपए महीने में में गोल्फ की ट्रेनिंग दी जा रही है। सिटी में हुए सब जूनियर टूर में टाटा गोल्फ एकेडमी की पारूल गल्र्स कैटेगरी में विनर रही, जबकि तनिषा ने भी बेहतर परफॉर्म किया। इसके अलावा Žवॉयज का भी परफॉरमेंस बेहतर रहा। अलन सिंह ने बताया कि बच्चों में अब गोल्फ के प्रति रुझान देखने को मिल रहा है। पेरेंट्स भी इसके लिए आगे आ रहे हैं और बच्चों को इनकरेज कर रहे हैं।

मेरी सास गोल्फ खेलती हैं। बचपन से उन्हें गोल्फ खेलते देख मेरी बेटी भी धीरे-धीरे इससे जुडऩे लगी। वह बेहतर परफॉर्म कर रही है, लेकिन हम उसपर कोई प्रेशर नहीं बनाना चाहते। उसे एंकरेज कर रहे हैं, ताकि वह मन से खेले और बेहतर खेले। यहां भी उसने बेहतर परफॉर्म किया और अब वह दिल्ली गोल्फ क्लब में होने वाले लेडिज और जूनियर गोल्फ टूर में पार्टिसिपेट करेगी।
-भाष्वती सिंह, चित्रांगदा की मां, कोलकाता

मुझे दादी को खेलते देख गोल्फ खेलने की इच्छा जगी। मैं चाहती हूं कि दूसरे बच्चे भी गोल्फ खेलने आगे आएं, ताकि उन्हें भी अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिले।
-चित्रांगदा सिंह,  कोलकाता

एक साल में ही मेरी बेटी ने बेहतर परफॉर्म किया है। इसका क्रेडिट टाटा स्टील को जाता है, क्योंकि उसने ही इस खास खेल को आम लोगों तक पहुंचाने का काम किया है।
-अरविंद प्रसाद, जमशेदपुर

गोल्फ महंगा है। इसके किट भी काफी महंगे आते हैं। टाटा स्टील की पहल पर सिटी में इसकी ट्रेंिनंग शुरू हुई है और बच्चे इसमें इंट्रेस्ट ले रहे हैं। वर्ष 2006 में जब ट्रेनिंग सेंटर की शुरूआत हुई तो केवल 12 बच्चे थे और आज 57 बच्चे ट्रेनिंग ले रहे हैं।
-मो। कलाम, गोल्फ कोच, टाटा गोल्फ ट्रेनिंग सेंटर

 

Report by: goutam.ojha@inext.co.in

Posted By: Inextlive