-अल्पसंख्यक विभाग के बाबू को भ्रष्टाचार निवारण संगठन बनारस यूनिट ने 50 हजार घूस के साथ रंगेहाथ दबोचा

-मदरसे कर्मियों का रूका हुआ वेतन जारी कराने के लिए मांगा था घूस

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VARANASI :
विकास भवन के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में तैनात बाबू सुनील कुमार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन बनारस यूनिट की टीम ने बुधवार को पुलिस लाइन से रंगेहाथ दबोचा लिया। मदरसे के एक प्रबंधक से 50 हजार रुपये घूस लेने वाले बाबू का हाथ धुलवाया गया तो कलर छूटने लगा। दो-दो हजार के 25 नोट को कब्जे में लेते हुए आरोपी बाबू को कैंट थाना के हवाले कर दिया गया। आश्चर्य की बात यह रही कि घूस की रकम लेने के लिए बाबू ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी की कार लेकर पहुंचा था।

 

छह लाख की थी डिमांड

 

बड़ागांव के फूलपुर इलाके में कठिरांव स्थित मदरसा इस्लामिया के प्रबंधक हैदर अली ने 26 नवंबर को भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत दर्ज कराई थी। मदरसा के 12 कर्मचारियों के दो साल के वेतन की एक करोड़ से ज्यादा राशि शासन से जारी है। दो महीने से अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी घूस की मांग करते हुए वेतन जारी करने से टरका रहे हैं। पहले कुल अमाउंट का 15 परसेंट बतौर घूस मांगा गया था, फिर कहा गया कि सभी 12 कर्मचारियों में प्रत्येक के हिस्से 50 हजार यानी छह लाख रुपये चाहिए। इसमें 50 हजार रुपये हैदर अली से बुधवार दोपहर विभाग के कर्मचारी सुनील कुमार को देने के लिए कहा गया था। शिकायत पर आरोपित को ट्रैप करने के लिए संगठन के वाराणसी यूनिट के प्रभारी रामसागर राम ने टीम गठित कर दी।

 

बाबू के भागने की कोशिश नाकाम

 

दोपहर करीब तीन बजे सुनील कार से पुलिस लाइन गेट के पास पहुंचा। उसने हैदर से 50 हजार रुपये की गड्डी थामी तभी भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने दबोच लिया। उसके थमाए गए नोटों में पहले से केमिकल लगा था। सुनील का हाथ धुलने पर रंग छूटने लगा। इस बीच बाबू ने अपने को निर्दोष बताते हुए भागने की भी कोशिश की लेकिन अधिकारियों की कड़ाई के आगे वह बैकफुट पर आ गया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी इंस्पेक्टर रामसागर राम, इंस्पेक्टर एसएन दुबे, सरोज पांडेय, एके सिंह, नरेंद्र कुमार सिंह, सुनील पांडेय, अश्विनी कुमार शामिल रहे।

Posted By: Inextlive