- 15 दिन हो गए नगर निगम नहीं तलाश सका अपनी जमीन

- ईको पार्क के लिए अछरोंडा-काशी गांव की जमीन बना था प्रस्ताव

- सर्वे और डिमार्केशन के बाद बनाई जाएगी डीपीआर

Meerut : नगर निगम में एक बार फिर सुर्खियों में है। वैसे तो आए दिन निगम किसी न किसी वजह से चर्चा में रहता है, लेकिन इस बार एक ऐसा मामला है जिससे निगम अधिकारियों के ऊपर अंगुली उठना लाजमी है। नगर निगम की करीब क्7 एकड़ लैंड गायब हो गई है। जिसकी अनुमानित कीमत भ्0 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। पिछले क्भ् दिनों से निगम की टीम इस जमीन को तलाशने में जुटी है। ये वो ही जमीन है जहां पर प्राधिकरण का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट इको पार्क का निर्माण होना है। इस बारे में निगम का कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

पिछले क्भ् दिनों से तलाश जारी

ईको पार्क प्रोजेक्ट के लिए जो जमीन चिह्नित कर निगम ने एमडीए को बताई थी वो गायब हो गई है। पिछले क्भ् दिनों से निगम के अधिकारी अपनी क्7 एकड़ जमीन को तलाशने में जुटे हैं, लेकिन अब तक नाकामयाबी ही हाथ लगी है। जबकि निगम अधिकारी कह रहे हैं कि जमीन कहीं गायब नहीं हुई है। वहां कुछ काश्तकारों की भी जमीन है जिसके कारण मिलान करने में थोड़ी परेशानी आ रही है। जल्द ही जमीन का डिमार्केशन कर दिया जाएगा।

नहीं की हुई फेंसिंग

नगर निगम की काशी अछरोंडा में काफी लैंड है। जो पिछले कई सालों से लावारिस पड़ी है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि निगम अधिकारियों ने आजतक उस लैंड की फेंसिंग तक नहीं कराई है। जबकि लैंड माफिया ऐसी लैंड के ताक में रहता है। सूत्रों की मानें तो वहां पर कई लोगों ने जमीन पर कब्जा कर खेती शुरू कर दी है। इस बारे में कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।

भ्0 करोड़ रुपए की है लैंड

ईको पार्क के लिए करीब क्7 एकड़ यानी म्8797 स्क्वॉयर मीटर लैंड देने की बात कही गई है। जबकि वहां पर लैंड का रेट म्000 रुपए चल रहा है। अगर इस लैंड मिसिंग मामले में क्7 एकड़ का ही हिसाब लगाया जाए तो अनुमानित भ्0 करोड़ रुपए की लैंड है। जिसे नगर निगम तलाश कर नहीं पा रहा है। इस बारे में निगम की ओर से कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। जब इस बारे में नगर निगम के उच्च अधिकारियों से बात की गई तो काम चल रहा है जल्द ही लैंड का डिमार्केशन कर एमडीए को हैंडओवर कर दे दी जाएगी।

भूमाफिया के हाथों में है लैंड?

लैंड मिसिंग के मामले ने निगम अधिकारियों के चेहरों के रंग उतार दिए हैं। सूत्र तो यहां तक कह रहे हैं निगम के कर्मचारियों ने ही भूमाफिया के साथ खेल कर दिया है। इसी वजह से जमीन का पता नहीं चल पा रहा है। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस लैंड को लेकर कई तरह की लापरवाही बरती गई है। इसकी फैंसिंग नहीं की गई। न ही समय-समय पर उस लैंड का निरीक्षण किया गया। अगर जांच की जाए तो कई लोगों की गर्दन फंसी नजर आ जाएगी।

बनना है ईको पार्क

प्राधिकरण को इस लैंड पर ईको पार्क बनाने के लिए नगर निगम की ओर से हामी मिल गई है। ये ईको पार्क गगोल रोड स्थित अछरोंडा-काशी गांव मे बनाया जाएगा। क्7 एकड़ की ये है योजना है। निगम की ओर से शर्त रखी गई है कि भले ही एमडीए पार्क का निर्माण करें, लेकिन उसके बाद उसे निगम को हैंडओवर करना होगा।

इको पार्क में ये होगा खास

- बच्चों के लिए एम्यूजमेंट पार्क।

- फॉरेस्ट में बनेगा मिनि जू।

- लोगों के घूमने को बनेगा वॉकिंग पाथ।

- झील में ले सकेंगे बोटिंग का मजा।

- पब्लिक को डिवोटिड बनेगा स्मृति पार्क।

- वॉकिंग पाथ के किनारों पर फूलों की क्यारियां।

- लोगों के लिए होगी बैठने की व्यवस्था।

- फॉरेस्ट में होगी कैफेटेरिया की व्यवस्था।

कंकरखेड़ा में भी हुआ था खुलासा

नगर निगम की कंकरखेड़ा बाईपास स्थित करोड़ों रुपए कीमत की भूमि को भूमाफिया ने बेच दी थी। मौके पर मकान बनाकर खरीददारों ने निगम में नाम परिवर्तन का प्रार्थनापत्र दिया तो खेल खुला था। चार बैनामे सामने आए थे, जिनमें भ्70 मीटर जमीन की बिक्री हुई थी। दो मकानों पर नाम परिवर्तन भी कर दिया गया था। उसके बाद बेचने वाले और खरीदने वाले सभी लोगों को नोटिस जारी करके जवाब-तलब किया गया था। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

फैक्ट एंड फिगर

- क्7 एकड़ यानी म्8797 स्क्वॉयर मीटर में बनना है ईको पार्क।

- प्रोजेक्ट लैंड के हिसाब से ब्क्.ख्8 करोड़ रुपए की लैंड मिसिंग।

- पिछले क्भ् दिनों से तलाशी जा रही है लैंड।

- पिछले ब् सालों से लटका हुआ है प्रोजेक्ट।

नगर निगम लैंड की डिमार्केशन करके लैंड हमें दे देगा हम अपना काम शुरू कर देंगे। अब इस प्रोजेक्ट में जितना भी लेट हो रहा है वो नगर निगम की से है। अभी तक वो अपनी लैंड का डिमार्केशन नहीं कर पाए हैं।

- राजेश कुमार यादव, वीसी, एमडीए

लैंड मिसिंग का कोई मामला नहीं है। निगम की टीम लैंड का डिमार्केशन करने में लगी हैं। जल्द ही एमडीए को लैंड सौंप दी जाएगी।

- एसके वाषर्णेय चीफ इंजीनियर, नगर निगम

Posted By: Inextlive