-घर के सामने बनी, आदेश के बाद भी नहीं टूट रही दीवारी

-आईजीआरएस पर शिकायत का नहीं हो रहा निपटारा

-निगम में समस्याओं के समाधान को लेकर दौड़ लगा रही पब्लिक

GORAKHPUR: नगर निगम में किसी समस्या के समाधान के उम्मीद के साथ एप्लीकेशन करने वाले गोरखपुराइट्स की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। आईजीआरएस पर हो रही शिकायतों का भी केवल ऑनलाइन निस्तारण किया जा रहा है। जबकि, जमीनी स्तर पर समस्या जस की तस है। पानी, स्ट्रीट लाइट, सड़क-नाली, अतिक्रमण जैसी समस्याओं के समाधान के लिए की गई शिकायतें तार्किक अंजाम तक नहीं पहुंच पा रही हैं। शिकायत पत्रों को एक फाइलों के बीच में दबा दिया जाता है जिससे निकलने में उन्हें महीनों, कई बार तो सालों भी लग जा रहे हैं। शिकायतकर्ता ऑफिस का चक्कर लगाकर परेशान हैं, पर निगम से कुछ मिल रहा है तो बस तारीख पर तारीख।

आईजीआरएस पर नहीं समाधान

नगर निगम में आईजीआरएस पर आई शिकायतों का भी मनमाने तरीके से निपटारा कर दिया जा रहा है। जबकि, जमीनी स्तर पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। इससे पब्लिक को काफी परेशानी हो रही है और वह केवल इंतजार ही कर रहे हैं। मकान का नामांतरण कराने के लिए भी लोगों को निगम के चक्कर काटने पड़ते हैं। जबकि, यह कार्य एक से दो कार्यदिवसों में आसानी से निपटारा किया जा सकता है.

केस-1

बिछिया के सरस्वतीपुरम की मनु मिश्रा के घर की गेट के पास अवैध दीवार गिराने के लिए 3 साल पहले उन्होंने शिकायत की थी। जनवरी 2016 में उनके पक्ष में आदेश आ गया। यहां तक कि आरोपित के खिलाफ सहायक नगर आयुक्त ने नोटिस तक जारी कर दी। लेकिन आज तक दीवार को नगर निगम खरोच भी नहीं लगा सका। शिकायत करने वाली मनु मिश्रा अभी भी नगर निगम अधिकारियों का चक्कर काट रही हैं। उनके अनुसार दो बार आदेश उनके पक्ष में आ चुका है। लेकिन जब भी कार्रवाई की बात आती है तो निगम तारीख पर तारीख देकर टालता रहता है।

केस-2

गोरखनाथ के नौरंगाबाद एरिया में एक मैरेज हाउस के पास गली काफी गंदी है। मैरेज हाउस का बचा खाना गली में ही फेंक दिया जाता है और नाली ओवर फ्लो होने से यहां अक्सर पानी लग जाता है। शाहीन अख्तर ने इसी शिकायत सीएम पोर्टल पर की थी लेकिन एक साल भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इतना जरूर हुआ कि पोर्टल पर समस्या का निस्तारण कर दिया गया। शाहीन इसकी शिकायत जीडीए में भी की है, लेकिन समस्या का निस्तारण अभी तक नहीं हो सका है।

मद शिकायतें निस्तारित

सफाई 10350 9447

पेयजल व सीवर 3565 3557

सड़क-नाली 1798 1741

मार्ग प्रकाश 6498 4213

कर संबंधी 89 85

अतिक्रमण 340 283

पशु संबंधी 784 703

निगम संपत्ति क्षति 32 21

विभागवार शिकायतें निस्तारण

स्वास्थ्य विभाग 10865 9218

निर्माण विभाग 2350 2220

रेंट विभाग 126 90

जलकल विभाग 3565 3552

मार्ग प्रकाश विभाग 6498 6413

टैक्स विभाग 89 85

वर्जन

Posted By: Inextlive