-दोस्तों संग मिलकर लूट के लिए किया था ओला कार मालिक की हत्या

PRAYAGRAJ: ओला से अटैच वैगन आर के मालिक सैय्यद मसूद अहमद की हत्या तीन युवकों ने मिलकर की थी. इनमें एक मुंबई स्थित बियर बार में वेटर तो दूसरा मोहनगंज में बच्चों को डांस सिखाता था. तीसरा युवक फतूहाबाद गांव के पास मोबाइल टॉवर में गार्ड की नौकरी करता था. नई उम्र के इन युवकों ने घटना को फिल्मी स्टाइल में अंजाम दिया. कत्ल के बाद गुनाह पर पर्दा डालने की भी कोशिश की. पूरी घटना को वे आशनायी में कत्ल साबित करने का बंदोबस्त कर चुके थे. जांच में जुटी पुलिस ने मोबाइल नंबर को ट्रैस करना शुरू किया तो तीनों का चेहरा बेनकाब हो गया. इनके कब्जे से पुलिस को हत्या में प्रयुक्त चाकू, मृतक का मोबाइल, ओला से अटैच्ड वैगन आर, आरोपितों के तीन मोबाइल व 700 रुपए भी मिले हैं.

मसूद मर्डर केस का खुलासा

इस मर्डर केस का मास्टर माइंड मुंबई के बियर बार में वेटर की नौकरी करने वाला निखिल सेन पुत्र नरेश सेन निवासी सिकंदरपुर बजहा थाना कोखराज है. कुछ दिन पहले ही वह मुंबई से वापस गांव लौटा था. निखिल फूलपुर स्थित फतूहाबाद गांव के पास टॉवर में गार्ड की नौकरी कर रहे कोखराज सिकंदरपुर बजहा गांव के ही दोस्त रजनीश सिंह उर्फ साहिल उर्फ सत्या पुत्र सुरेश कुमार से मिलने पहुंचा. यहां इन दोनों की दोस्ती फतूहाबाद गांव निवासी मुकेश कुमार पुत्र रमेश कुमार से हो गई. मुकेश फूलपुर के पास मोहनगंज में डांस की कोचिंग चलाता था. टावर में बैठकर तीनों ने ओला कार बुक करके लूट का प्लान बनाया. इस प्लान की सारी स्क्रिप्ट निखिल ने तैयार की.

फूलपुर में खरीदे से चाकू

केस का खुलासा करते हुए एसएसपी ने बताया कि निखिल ने 11 मई की रात फोन करके ओला से कार बुक की थी. कैंट एरिया के म्योराबाद एडीए कॉलोनी निवासी सैय्यद मसूद ने अपनी वैगन आर ओला से अटैच कर रखी थी. कार को वह खुद ही ड्राइव भी करता था. मसूद कार लेकर पहुंचा तो तीनों युवक उसमें बैठ गए फूलपुर की ओर चल पड़े. एसएसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक ड्राइवर की सीट के पीछे मुकेश, उसके बगल रजनीश सिंह व आगे निखिल बैठा थ. पूछताछ में पता चला कि तीनों फूलपुर में 20-20 रुपए की दो चाकू लिए. इसके बाद सरायइनायत एरिया में जा पहुंचे. वहां पेशाब के बहाने कार रोककर सीट के पीछे बैठे मुकेश ने गमछे से मसूद का गला कस दिया. इसके बाद निखिल और रजनीश ने उसे चाकू से मार कर मौत के घाट उतार दिया.

तीनों ने कबूल किया गुनाह

कत्ल के बाद बाद शव को ठिकाने लगा कर उसका मोबाइल और 700 रुपए और कार लूट लिए. निखिल कार ड्राइव करके धूमनगंज स्थित टीपी नगर निवासी अपनी बुआ के घर के पास खड़ी कर दिया. यहां से तीनों फरार हो गए. जांच में जुटी पुलिस सिविल लाइंस स्थित ओला ऑफिस पहुंची. यहां से कार की बुकिंग का डिटेल लेने के बाद मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगा दिया. सर्विलांस के जरिए तीनों की लोकेशन चौफटका के पास मिली. पुलिस ने मुखबिर को एक्टिव किया तो खबर मिली कि तीन युवक चौफटका के पास खड़े हैं और भागने की फिराक में हैं. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों ने अपना गुनाह कबूल किया. पुलिस के मुताबिक निखिल ने बताया कि उसके गुप्तांग पर वार इस लिए किया गया था था ताकि लोग समझें कि आशनायी में पकड़े जाने के बाद उसे मार कर फेंका गया है.

Posted By: Vijay Pandey