रांची: रिम्स में बुजुर्गो के लिए जल्द ही अलग चिकित्सा सेंटर की शुरुआत होगी. क्षेत्रीय जरा चिकित्सा केंद्र (रीजनल जेरियाट्रिक सेंटर) के नाम से बन रहे इस सेंटर में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था होगी. यहां बुजुर्ग महिला-पुरुषों के लिए 15-15 बेड के अलग-अलग वार्ड होंगे. सेंटर में बुजुर्गो की बीमारी के इलाज के साथ ही उनकी शारीरिक, मानसिक व अन्य परेशानियों को दूर करने की भी व्यवस्था रहेगी.

अति गंभीर के लिए सात बेड

दोनों वार्ड में तीन बेड अति गंभीर, सात बेड कम गंभीर व पांच बेड लंबे समय के लिए भर्ती मरीज के लिए होंगे. भारत सरकार ने नेशनल प्रोग्राम फॉर हेल्थ केयर ऑफ एल्डरी योजना के तहत रीजनल जेरियाट्रिक सेंटर के लिए रिम्स का चयन किया था. वर्ष 2017 में ही केंद्र व राज्य सरकार ने इसके लिए रिम्स को चार करोड़, 95 लाख 55 हजार रुपए उपलब्ध करा दिए थे.

अब सातों दिन चलेगा ओपीडी

इस सेंटर की स्थापना के लिए डॉ. जेके मित्रा को नोडल अफसर बनाया गया है, जबकि सर्जरी के डॉ. डीके सिन्हा व नेत्र रोग विभाग के डॉ. सुनील कुमार सिन्हा इसके मेंबर हैं. डॉ. मित्रा ने बताया कि सेंटर की स्थापना हो जाने के बाद सप्ताह में सातों दिन ओपीडी चलेगा. ओपीडी में फिलहाल सेना से रिटायर जेरियाट्रिक मेडिसिन के विशेषज्ञ चिकित्सक कर्नल डॉ. प्रमोद कुमार सेवा दे रहे हैं. लेकिन अभी तक इनकी नियुक्ति नहीं हो पाई है.

13 डॉक्टर समेत 35 कर्मी होंगे

सेंटर के संचालन के लिए 13 डॉक्टर्स व 10 नर्स समेत 35 कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी. इसमें जेरियाट्रिक मेडिसिन के एक प्रोफेसर, सर्जरी, ईएनटी, आई, यूरोलॉजी, साइकियाट्री, आर्थोपेडिक्स, डेंटल और पीएमआर के 1-1 असिस्टेंट प्रोफेसर, नर्स 10, फिजियोथेरेपिस्ट 2, एमएसडब्ल्यू 2, हॉस्पिटल अटेंडेंट 4 व सेनेटरी अटेंडेंट के 4 पदों पर नियुक्ति की जाएगी.

केंद्र में ये होंगी सुविधाएं

वेटिंग हॉल, रजिस्ट्रेशन रूम, ओपीडी के तीन चैंबर, फार्मेसी, स्पेशल क्लिनिक, ईसीजी, बेसिक रेडियोलॉजी, लेबोरेटरी सैंपल कलेक्शन, काउंसलिंग, डिमॉन्स्ट्रेशन, लाइब्रेरी, फैकल्टी रूम और इंजेक्शन रूम.

Posted By: Prabhat Gopal Jha