वेटरन एक्ट्रेस परवीन बाॅबी ने करियर की ऊंचाइयों पर पहुंच कर अपना फिल्मी करियर छोड़ दिया। वहीं 80 के दशक के मशहूर गानों 'जवानी जानेमन' और 'रात बाकी' से लोगों के दिलों की धड़कन बनीं परवीन अंतिम समय में अकेले क्यों रह गईं यहां जानें...


कानपुर। परवीन बाॅबी का जन्म 4 अप्रैल, 1949 को गुजरात के जूनागढ़ में हुआ था। परवीन अपने माता-पिता की एकलौती संतान थीं जिनका जन्म उनके मां-बाप की शादी के 14 साल बाद हुआ था। वहीं जब वो महज 10 साल की ही थीं तब उनके पिता वली मोहम्मद खान का निधन हो गया था।23 साल की उम्र से कर रही थीं माॅडलिंगपरवीन 23 साल की उम्र से ही माॅडलिंग में अपना करियर बनाने में लग गई थीं। उन्होंने माॅडलिंग की शुरुआत साल 1972 से की थी। वहीं उन्होंने क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के अपोजिट 1973 में पहली फिल्म की थी। परवीन की इस फिल्म का नाम था 'चरित्र' जिसने बाॅक्स ऑफिस पर गजब की कमाई की थी।बीते जमाने की थीं नामी फैशन आइकन
परवीन बाॅबी बीते जमाने की नामी फैशन आइकन थीं। अपने करियर की शुरुआत से लेकर अंत तक परवीन ने फिल्मों में ग्लैमरस रोल अधिक किए बजाय सीरीयस किरदार निभाने के। मालूम हो 1975 में परवीन ने फिल्म 'दीवार' में अमिताभ बच्चन के अपोजिट अंकिता नाम की लड़की का ग्लैमरस किरदार निभाया था।ये काम करने वाली पहली इंडियन स्टार थीं


परवीन बाॅबी ऐसी इंडियन सेलेब्रिटी थीं जिनकी तस्वीर टाइम मैगजीन के एशिया एडिशन में छपी थी। ऐसा साल 1976 में हुआ था। जब उनकी फोटो टाइम की कवर पिक पर आई थी वो महज 27 साल की ही थीं। मैगजीन ने उन्हें टाइटल दिया, 'एशिया फ्रेंनेटिक फिल्म सीन'।80 के दशक में इस गाने से मचाया था धमालअमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म नमक हलाल का गाना 'जवानी जानेमन हंसीन दिलरुबा' और 'रात बाकी बात बाकी' तो आपको याद ही होगें। ये गाना परवीन बाॅबी पर फिल्माया गया 80 के दशक का सबसे हिट साॅन्ग साबित हुआ। ये गाना परवीन के करियर में किसी माइलस्टोन से कम नहीं था। नहीं थी इंडस्ट्री में इनकी बोल्डनेस की कोई बराबरीउस दौर में परवीन बाॅबी और जीनत अमान दोनों ने ही एक्ट्रेस अपनी खूबसूरती और बोल्डनेस की वजह से 70-80 के दशक में अपनी पहचान बनाई और इंडस्ट्री पर काफी समय तक रूल किया। दोनों ही एक्ट्रेस की बोल्डनेस की बाॅलीवुड में उस वक्त कोई बराबरी नहीं थी।जब अपार्टमेंट में मृत पाई गई थीं परवीन

परवीन बाॅबी जब अपने करियर के उफान पर थीं तब उन्होंने अचानक ही इंडस्ट्री को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया और बाद में पता चला कि उन्हें कोई दिमागी बीमारी है। वहीं परवीन जिंदगी के आखिरी पलों में अकेले ही रह गईं और बहुत कम ही पब्लिक अपीयरेंस देती थीं। मिड डे की एक रिपोर्ट के मुताबिक 20 जनवरी, 2005 को वो अपने मुंबई वाले अपार्टमेंट में मृत पाई गईं और इंडस्ट्री ही नहीं पूरी दुनिया को ही अलविदा कह दिया।अमरीश पुरी बनना चाहते थे हीरो पर बन गए विलेन, आखिरी बार इस फिल्म में आए थे नजरसंजीव कुमार पुण्य तिथि : परिवार को मिला था ये श्रॉप, निधन के बाद रिलीज हुईं उनकी ये 10 फिल्में खास

Posted By: Vandana Sharma