-मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़

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PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर आस्था का रेला लगा है। हर कोई आंखों में त्रिवेणी में डुबकी का सपना लेकर आता है और अवसर प्राप्त होते ही खुद को धन्य पाता है। मौनी अमावस्या के दूसरे दिन मंगलवार को भी आस्था का सैलाब उमड़ा। सुबह चार बजे के बाद अचानक घाट पर भीड़ बढ़ती गई और देखते ही देखते आठ बजे तक कई रूटों को डायवर्ट करना पड़ा। श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही और पीपा पुलों पर तो जाम की स्थित उत्पन्न हो गई।

बंद करना पड़ा वाहनों का आना-जाना

सुबह वाहनों को आने-जाने की छृूट दे दी गई थी। लेकिन जब भी बढ़ी तो इस पर भी अंकुश लगाते हुए रूट को डायवर्ट कर दिया गया। वाहनों को घाट एरिया में जाने से कुछ देर के लिए रोक दिया गया। भीड़ कम होने से दोपहर बाद फिर वाहनों को घाट एरिया में प्रवेश की अनुमति दी गई। सेक्टर-टू में काली सड़क पर भी काफी भीड़ जमा हो गई थी। इससे इस मार्ग पर भी पुलिस प्रशासन ने रूट को काफी देर तक डायवर्ट कर रखा था।

भक्तों की पूरी हुई आस

संगम स्नान के लिए आए भक्तों की आस पूरी हुई और कोई प्रयागराज से निराश नहीं गया। भीड़ के कारण परेशानी हुई लेकिन हर किसी ने संगम में डुबकी लगाकर मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए कामना की। स्नान के साथ-साथ लोग संगम का पवित्र जल भी साथ लेकर गए। हर किसी के हाथ में संगम का जल था और वह काफी खुश दिख रहा था। रुड़की के राजेश रंजन और उनकी पत्नी पूनम का कहना है कि साधन बंद होने से परेशानी हुई। पहली बार संगम आए थे इसलिए काफी पूछना पड़ा लेकिन संगम में स्नान के बाद सब परेशानी दूर हो गई।

शहर में भी लगा जाम

जंक्शन की ओर जाने वाले विभिन्न मार्गो पर भारी भीड़ के चलते जाम की लग गया। खासतौर पर विक्रम आदि वाहनों के कारण जाम की स्थिति भीषण हो गई। जिसके बाद पुलिस को जाम को खत्म करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। विशेष रूप से चन्द्रलोक और साउथ मलाका एरिया में जाम की स्थित अधिक बढ़ने लगी। कोतवाली इंस्पेक्टर ने बताया कि जाम की समस्या को खत्म करने और स्नानार्थियों के जंक्शन तक पहुंचने में हो रही कठिनाई को खत्म करने के लिए विक्रम आदि को रोकना पड़ा। इससे स्नानार्थी और श्रद्धालु आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सके।

Posted By: Inextlive