टीम इंडिया के महान ऑलराउंडर रहे कपिल देव के लिए 16 अक्टूबर का दिन काफी खास है। इसी दिन 1978 में कपिल ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। तो आइए जानें कपिल के क्रिकेट करियर की कुछ इंट्रेस्टिंग बातें...


कानपुर। 16 अक्टूबर 1978 को भारत-पाकिस्तान के बीच एक टेस्ट मैच शुरु हुआ। इस मैच में भारत की तरफ से 19 साल के कपिल देव अपना पहला टेस्ट मैच खेलने उतरे। कपिल का यह डेब्यू टेस्ट था मगर इसे वह यादगार न बना पाए। पहले मैच में जहां उनके बल्ले से सिर्फ 8 रन निकले वहीं सिर्फ एक विकेट उनके खाते में आया। मगर कपिल ने हिम्मत नहीं हारी वह लगातार मेहनत करते गए और भारतीय क्रिकेट टीम में बतौर ऑलराउंडर अपनी जगह बनाई। सिर्फ टीम में सलेक्शन ही नहीं कपिल ने अपने बूते भारत को कई मैच भी जितवाए। सबसे खास बात तो यह है कि 1979 में कपिल ने सबसे कम उम्र के क्रिकेटर के रूप में वेस्टइंडीज के खिलाफ 126 रन बनाए थे। भारत को दिलाया पहला वर्ल्डकप


कपिल देव के नेतृत्व में ही पहली बार टीम इंडिया ने 1983 में विश्वकप जीता। इस वर्ल्डकप में उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ नाबाद 175 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। जिसके दम पर ही टीम इंडिया फाइनल में पहुंची और वहां वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वकप जीता। कपिलदेव इंग्लैंड के खिलाड़ी इयान बॉथम के बाद विश्व के दूसरे सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर माने जाते हैं।ऐसा रहा उनका रिकॉर्ड

कपिल देव ने 20 वर्ष की उम्र में ही एक हजार बनाने तथा 100 विकेट लेने का खिताब अपने नाम किया था। कपिल ने 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 31.05 की औसत से 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए। इसके अलावा उनके खाते में 8 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे की बात करें तो कपिल ने 225 मैच खेलकर 3783 रन और 253 विकेट अपने नाम किए।  पाकिस्तान के साथ खेले थे सचिन

ये तो सब जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर ने बतौर क्रिकेटर इंडिया के लिए अपना ऑफीशियल डेब्यु 16 साल की उम्र में 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए ही किया था पर क्या आप जानते हैं कि उसे पहले जब वो 14 साल के थे तो पाकिस्तान के लिए भी खेले थे। असल में 1987 में पाकिस्तान की टीम इंडिया में एक फेस्टिवल मैच खेल रही थी। पाकिस्तान टीम के कप्तान इमरान खान थे। मैच के दौरान जब इंडिया बैटिंग कर रही थी और पाकिस्तान की टीम क्षेत्ररक्षण तभी बीच मैच में पाकिस्तान के दो प्लेयर अब्दुल कादिर और जावेद मिंयादाद कुछ देर के लिए मैदान के बाहर चले गए और इमरान खान ने मुंबई में हो रहे इस मैच में दो लोकल लड़कों को फील्डिंग के लिए मैदान पर बुला लिया। इन दो लड़कों में से एक सचिन तेंदुलकर थे। कपिल देव को आउट करने से बाल बाल चूके अपनी आत्मकथा में सचिन ने बताया उस समय मैदान पर इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर कप्तान रह चुके कपिल देव बैटिंग कर रहे थे। कपिल ने एक शॉट लगाया और गेंद उड़ती हुई उस तरफ आयी जहां सचिन खड़े थे। सचिन गेंद लपकने भागे और वो उनसे बस दो कदम आगे गिर गयी वरना उन्होंने पाकिस्तान के लिए कपिल को आउट करने का कमाल कर दिया होता। सचिन को लगता है कि अगर वो लांग ऑन की जगह मिड ऑन पर फील्डिंग कर रहे होते तो पाकिस्तान को ये विकेट जरूर दिला देते।25 जून 1983 को ऐसे वर्ल्ड कप जीती थी इंडिया, एक कैच से पलट गया था मैचदेखें पांड्या और कपिल देव के शुरुआती दो साल का टेस्ट करियर, आंकड़ों में जानें कौन-किससे आगे

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari