- रतन स्क्वायर बिल्डिंग के ही एक ऑफिस में कार्यरत है आरोपी

-- आरोपी ने मोना को तीन महीने से नहीं दी थी सैलरी

LUCKNOW: सोमवार को रतन स्क्वायर बिल्डिंग से कूद कर जान देने वाली मोना सुसाइड केस में पुलिस ने बुधवार को आरोपी उमेश यादव को अरेस्ट किया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

लेकिन नहीं लगी मोना की नौकरी

एसपी वेस्ट अजय कुमार ने बताया कि उमेश यादव दिसम्बर ख्0क्ब् से एक्साइड इंश्योरेंस कंपनी के रतन स्क्वायर बिल्डिंग में स्थित दफ्तर में एजेंट के रूप में काम करता था। मोना भी उसी बिल्डिंग में कोटक महिंद्रा में काम करती थी। बिल्डिंग में ही दोनों की जान-पहचान हो गयी। उमेश ने मोना को अपनी कंपनी में एजेंट दिलाने के लिए कंपनी के अधिकारियों के पास ले गया, लेकिन नौकरी नहीं मिली।

टेलीकॉलिंग का काम सौंपा

जनवरी में उमेश ने मोना को खुद अपने सह एजेंट के रूप में छह हजार रुपये की नौकरी पर रख लिया। उमेश ने मोना को टेलीकॉलिंग का काम सौंप दिया। तीन महीने की नौकरी के दौरान मोना को उमेश ने एक रुपये भी नहीं दिये। मोना ने ख्फ् अप्रेल को वहां जॉब छोड़कर दूसरी इंश्योरेंस कंपनी में ज्वाइन कर लिया। पुलिस की मानें तो पैसे ना मिलने से मोना काफी परेशान थी। वह बार-बार उमेश से पैसों का तकाजा भी करती थी, लेकिन वह टाल मटोल करता रहता था। मंडे को मोना पैसों के तकाजे के लिए ही उमेश के पास रतन स्क्वायर गयी थी। पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि घटना के समय उमेश बिल्डिंग में था या नहीं। फिलहाल पुलिस ने उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है।

Posted By: Inextlive