- ऊंची कीमतों पर बिकता मिला ब्रांडेड कंपनी का पेठा, मयूरी

- टैक्सी और ऑटो चालकों की सांठगांठ खुली

- दुकानों पर मिले रजिस्टरों में लिखी थी कमीशन की रेट

AGRA। ताज नगरी का प्रसिद्ध पेठा ऊंची कीमतों पर बेचा जा रहा है। ब्रांडेड कंपनी पंछी के नाम से कई अन्य दुकानदार मयूरी, टैक्सी और ऑटो चालकों से सांठगांठ करके एक हजार रुपये किलो तक पेठा बेच रहे हैं। जबकि असलियत में कीमत 100 रुपये से ज्यादा नहीं है। गुरुवार को जिला प्रशासन को ये खबर मिली तो उन्होंने ऑपरेशन छेड़ दिया। आधा दर्जन से अधिक दुकानों को सील कर दिया। दुकानदारों में खलबली मच गई। आई नेक्स्ट ने खबर को लाइव कवर किया। पेश है ऑपरेशन की लाइव स्टोरी।

मयूरी चालक लेकर पहुंचा कस्टमर

बालूगंज स्थित पुलिस चौकी के पीछे दोपहर ढाई बजे तथाकथित पंछी पेठा की दुकान पर एक मयूरी चालक महेश एक कपल को लेकर पहुंचा। ये रामपुर जिले का निवासी था। इसमें युवक मोइन खान एक युवती के साथ दुकान पर पहुंचकर पेठा मांगता है। दुकानदार आधा किलो अंगूरी पेठा देता है।

मजिस्ट्रेट की टीम पहुंची दुकान पर

इसी बीच वहां एसीएम चतुर्थ एमपी सिंह पुलिस फोर्स व खाद्य विभाग की टीम के साथ पहुंच गए। मयूरी चालक महेश को पकड़ लिया। और पुलिस को सौंप दिया। मयूरी में बैठे मोइन खान से पेठे का भाव पूछा। उत्तर मिला 140 रुपये का आधा किलो दिया है। ये उत्तर सुनकर मजिस्ट्रेट एमपी सिंह चौंक गए। उन्होंने पेठे की वास्तविक कीमत पता किया तो जवाब मिला कि 100 रुपये से अधिक नहीं है।

ब्रांडेड कंपनी का था डिब्बा

आधा किलो पेठा पंछी पेठे के डिब्बे में था, जबकि वह पंछी का पेठा नहीं था, इस बात की पुष्टि जिला खाद्य निरीक्षक रामनरेश यादव ने की। जब उस व्यक्ति को पता चला कि यह पेठा नकली है तो वह उसे वापस करने के लिए दुकान पर पहुंचा। तब तक दुकानदार टीम को देखकर भाग चुका था।

'मैं मजिस्ट्रेट हूं, डरो मत'

एसीएम चतुर्थ एमपी सिंह ने जिला खाद्य निरीक्षक रामनरेश यादव को दुकान सील करने के निर्देश दिए। जबकि खाद्य निरीक्षक ने दुकान पर ताला डालना उचित समझा, लेकिन एसीएम एमपी सिंह ने दुकान को सील किए जाने की बात पर अडे़ हुए थे। जिला खाद्य निरीक्षक ने उन्हें कुछ समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कहा कि 'मैं मजिस्ट्रेट हूं, डरो मत, मैं कह रहा हूं तो सील करो'। इसके बाद ही दुकान सील कर दी गई।

टॉयलेट में छिप गया दुकानदार

यहां पर कार्रवाई चल ही रही थी कि इस दुकान के सामने ही रोड के दूसरी और एक और नकली पंछी पेठा बेचने वाली दुकान पर टीम पहुंची। टीम को बिजली के बिल देखने से पता चला कि ये दुकान फैजान अहमद की है, लेकिन दुकान पर विक्रेता नहीं मिला। जब पड़ताल की गई तो पता चला कि कार्रवाई के डर से टॉयलेट में छिपा है। उसे निकालने के लिए टीम मेंबर्स ने कोशिश की, लेकिन वह नहीं निकला। वहीं लोगों ने बताया कि टॉयलेट के दूसरे दरवाजे से वह भाग निकला है। इस दुकान को भी सील कर दिया गया।

'पकड़ो इसे, हवालात में डालो'

फिर मजिस्ट्रेट की टीम बालूगंज स्थित लव्या पेठा स्टोर पर पहुंची। उसकी दुकान पर भी पंछी पेठा का बोर्ड लगा मिला। उसकी दुकान में पंछी पेठा छपे हुए काफी संख्या में डिब्बे मिले। पूछताछ के दौरान मजिस्ट्रेट एमपी सिंह से दुकानदार अकड़ गया। मजिस्ट्रेट ने कहा 'एक तो चोरी और ऊपर से सीना जोरी। इंस्पेक्टर साहब पकड़ो इस व्यक्ति को और हवालात में डालो'। एसीएम चतुर्थ एमपी सिंह ने बताया कि छह दुकानों को सील कर दिया है।

पंछी पेठा के हैं कुल 12 स्टोर

शहर में नामी-गिरामी पंछी पेठा के केवल 12 स्टोर हैं। जो शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित हैं। 12 दुकानों में से एक भाई के हिस्से में पांच है तो दूसरे के हिस्से में चार और तीन की फ्रेंचाईजी दे रखी है।

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Posted By: Inextlive