डिप्टी सीएमओ डॉ. वाईएस सचान की जेल में संदिग्ध हालात मौत को हो गये एक साल अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची CBI.


Lucknow: आज से ठीक एक साल पहले जेल से निकली एक खबर ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। फैमिली वेलफेयर के डिप्टी सीएमओ डॉ। योगेंद्र सिंह सचान की मौत जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में हो गयी थी। पुलिस ने बताया कि सचान ने सुसाइड किया है जबकि सचान की फैमिली ने हत्या का आरोप लगाया था। सचान की मौत के बाद सियासत ने ऐसा रंग पकड़ा कि मामले में कोर्ट को इंटर फेयर करना पड़ा और एक महीने के अंदर जेल में हुई सचान की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी। बड़े अधिकारियों को घेरने की तैयारी


इस घटना के आज पूरे एक साल भर पूरा होने के बाद भी सीबीआई अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है। वैसे तो पुलिस ने सचान को भी मुल्जिम करार दे दिया था और डॉ। बीपी सिंह हत्याकाण्ड में उनको मुख्य साजिश कर्ता बताया था। जेल के अंदर सचान की मौत ने कई सवाल खड़े किये थे। सवाल जेलर से लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी उठा।

लगभग साल भर की तफ्तीश के दौरान सीबीआई को ऐसा कोई सुराग नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि डॉ। सचान की हत्या की गयी। एम्स के डॉक्टरों की राय ली गयी तो डॉक्टरों ने सचान के जिस्म पर आये नौ जख्मों के बारे में बताया कि ऐसे जख्म अपने हाथों से भी दी जा सकती है। इसके बाद यह खबर फैली कि सीबीआई डॉ। योगेंद्र सिंह सचान की मौत को सुसाइड मान रही है औ जल्द ही क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि सीबीआई के कुछ अधिकारियों की क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ थे और जांच में कुछ बड़े अधिकारियों को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। क्या हुआ फैमिली का हालजानकीपुरम में एक किनारे बने व्हाइट हाउस में अजीब सा सन्नाटा है। जेल के अदंर घर के मुखिया की मौत का दुख आज भी कम नहीं हुआ है। डॉ। वाईके सचान की फैमिली में वाइफ के अलावा एक बेटा और एक बेटी है। सचान की मौत के बाद फैमली मेंम्बर्स लोगों से कम ही मिलते हैं।

डॉ। वाईके सचान के भाई आरके सचान जो खुद भी एक डॉक्टर हैं, का कहना है कि जांच सही दिशा में नहीं चल रही है। साल भर बाद भी सीबीआई अभी यह पता नहीं लगा पायी कि सचान की मौत कैसे हुई। डॉ। सचान का कहना है कि मुझे कानून और ऊपर वाले पर विश्वास है। मेरे भाई के हत्या का राज एक दिन जरुर खुलेगा। डॉ। योगेंद्र सिंह सचान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की जांच कर रही सीबीआई अभी तक यही नहीं तय कर पायी है कि डॉ। सचान की मौत सुसाइड है या फिर मर्डर। लगभग एक साल के दौरान सीबीआई अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई ने डॉ। सचान की मौत को आत्म हत्या बताते हुए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी कर ली थी। लेकिन इसका भी हश्र नोएडा की आरुषि जैसा ना हो जाए इसे लेकर सीबीआई के कुछ अधिकारियों ने सवाल उठाये और फिलहाल हत्या के लगाये गये आरोप और पहलुओं पर सीबीआई जांच कर रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों सीबीआई एक आईपीएस और एक आईएएस आफिसर को सचान के कथित सुसाइड नोट के बारे में पूछताछ करने के लिए बुला सकते हैं।

Posted By: Inextlive