Kanpur: शाह्ररुख खान की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस जहां बाक्स ऑफिस पर रोजाना नए रिकॉर्ड बना रही है वहीं प्याज की महंगाई एक्सप्रेस भी देश भर में धूम मचाए हुए है. यूं तो प्याज काटने पर आंसू निकलते हैं लेकिन फिलहाल प्याज का नाम और कीमत सुनकर ही लोगों के आंसू निकल रहे हैं. आम आदमी के किचन से प्याज लगभग गायब हो चुका है. प्याज के दामों में रिकॉर्डतोड़ उछाल से सिटी में प्याज की खपत आधी से कम रह गई है. दाम 80 रुपए किलो पहुंच जाने से होटल्स और रेस्तरां से भी प्याज गायब होता जा रहा है. ग्रेवी में प्याज की जगह कद्दू व लौकी का यूज करना पड़ रहा है. यहां तक कि बर्गर में भी प्याज की क्वांटिटी कम कर दी गई है.

थोक मंडी में 40-50 रुपए किलो
सिटी की मार्केट व रेस्तरां और होटल, क्लबों में परडे करीब 500 क्विंंटल प्याज खप जाता था लेकिन रेट बढऩे से प्याज की खपत आधी हो गयी है। चकरपुर मंडी में प्याज की आढ़त के मालिक मोईन ने बताया कि मंडी में अभी भी प्याज के तीन रेट्स हैैं। मंडी मेंं प्याज 40 रुपए से लेकर 50 रुपए तक बिक रहा है। सिटी में इस टाइम पीली पत्ती वाले प्याज की सप्लाई की जा रही है।

रिटेलर कमा रहे मुनाफा
होलसेल मंडी से रिटेल सब्जी मंडी शॉपकीपर के पास प्याज जिस रेट में पहुंच रहा है वो महंगाई का सहार लेकर और महंगे दाम पर प्याज बेच रहा हैै। सब्जीमंडी में प्याज 50 रुपए में पहुंच रहा है तो सब्जीवाला उसे 65 से लेकर 80 रुपए किलो तक बेच रहा है। फुटकर सब्जी विक्रेता इस महंगाई का जबरदस्त फायदा उठा रहे है।
सलाद से प्याज लापता
प्याज का सबसे ज्यादा यूज बर्गर, वेज बिरियानी, चाउमीन, डोसा और फ्राइड राइस में किया जाता है। इसके अलावा प्याज का यूज आम लोग सलाद के रूप में करते हैैं। जब से प्याज के रेट बढ़े हैैं तभी से होटल व रेस्तरां के साथ फास्ट फूड कार्नर में इसका यूज कम हो गया है।

नासिक में तय होते हैं रेट
नासिक ही प्याज की सबसे बड़ी मंडी है। इंडिया में प्याज के रेट्स इसी मंडी से तय होते हैैं। फूड एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के सेक्रेट्री नीटू शर्मा ने बताया कि नासिक से जिस रेट में प्याज चलता है उस पर करीब 300 रुपए पर क्विंटल खर्चा आता है। वेडनेसडे को नासिक में प्याज के रेट 40 से 48 सौ रुपए प्रति क्विंटल रहे।
ऐसे बनाई जा रही ग्रेवी
होटल व रेस्तरां में जो ग्र्रेवी तैयार की जाती थी उसमें प्याज का जबरदस्त यूज किया जाता था। लेकिन जबसे प्याज की महंगाई एक्सप्रेस दौड़ी है तभी से ग्र्रेवी से प्याज गायब हो रहा है। ग्र्रेवी का यूज मटर पनीर, शाही पनीर, नानवेज में जमकर किया जाता है। अब प्याज की जगह ग्र्रेवी में पीला पका हुआ कद्दू व लौकी का प्रयोग हो रहा है।
किसान ने किया गेम
प्याज की मंडी नासिक में इस बार किसान ने गेम कर दिया है। प्याज को डंप करने में इनकी अहम भूमिका रही है। ब्रोकर इस बार फायदा नहीं उठा पा रहे हैैं। प्याज के आढ़ती एचएस गुप्ता ने बताया कि पहले बिजनेसमैन इसका फायदा उठा लेते थे। लेकिन इस बार उल्टा खेल चल रहा है। किसान फसल को सीधे डंप कर महंगे दाम पर बेच रहे हैं।
प्याज का सफरनामा
कंट्री के ज्यादातर हिस्से में प्याज की सप्लाई नासिक की मंडी से की जाती है। नासिक के आसपास प्याज की जबरदस्त पैदावार होती है। देवला, लासलगांव, पीपलगांव, उमराना आदि एरिया से नासिक की मंडी प्याज पहुंचता है। यहां से प्याज देश के दूसरे स्टेट में सप्लाई किया जाता है। महंगाई के पहले यहां प्याज के रेट 5 से 10 रुपए किलो और कानपुर में 8 से 13 रुपए किलो हुआ करते थे। नासिक में जब तक प्याज के रेट कम नहीं होंगे यह महंगाई एक्सप्रेस अपनी स्पीड से दौड़ती रहेगी।
"जिस तरह से प्याज के दाम बढ़े हैं किचन का बजट बिगड़ गया है। मजबूरी में हफ्ते में तीन दिन ही प्याज यूज कर रही हूं."
निशा चंदेल
"पहले प्याज का सलाद में जमकर इस्तेमाल किया जाता था। अब प्याज की जगह सेब व खीरा का यूज कर रहा हूं."
प्रो। वीके त्रिवेदी
"महंगाई का असर खपत पर तो पड़ता ही है। पहले जितनी क्वांटिटी यूज करती थी अब नहीं कर रही हूं। इससे सब्जी के हेड का बजट बिगड़ गया है."
प्रो। एम हितकारी
"होलेसेल मंडी में जिस रेट पर प्याज मिलता है उसमें 5 से 10 रुपए बढ़ाकर कस्टमर को दे रहे हैं। "
सल्लू दीक्षित, फुटकर सब्जी विक्रेता, बंबा रोड
"जिस भाव में मंडी से खरीद कर लाते हैैं उसमें रास्ते का खर्च जोड़ देते हैैं। आम तौर पर 5 रुपए प्रति केजी बढ़ाकर कस्टमर को देते है."
अनूप अवस्थी, रिटेलर आर्य नगर सब्जीमंडी
"होलसेल मंडी में आज भी प्याज के रेट बहुत ज्यादा नहीं बढ़े हैैं। लेकिन महंगाई का हौव्वा खड़ाकर ग्र्राहक की जेब पर डाका डाला जा रहा है."
एचएस गुप्त, होलसेलर चकरपुर मंडी
"नासिक की मंडी से प्याज के रेट्स तय होते हैैं। वहां पर स्टाक ज्यादा नहीं है। गवर्नमेंट को एक्सपोर्ट पर रोक लगानी चाहिए। ताकि  महंगाई पर लगाम लगायी जा सके."
नीटू शर्मा, सेक्रेट्री फूड एण्ड वेजीटेबल एसोसिएशन

Posted By: Inextlive