Allahabad : अकसर लोगों को बर्थ सर्टिफिकेट घर का नक्शा पास करवाने के लिए नगर निगम का चक्कर लगाना पड़ता है लेकिन अब इस प्राब्लम्स से छुट्टी मिलने वाली है. कैसे जानने के लिए पढि़ए ये स्टोरी...


लगाना पड़ता है चककरक्या आपने नगर निगम से कभी डेथ-बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया है? या फिर इलाहाबाद डेवलपमेंट अथारिटी से कभी घर का नक्शा पास करवाया है? अगर जवाब हां में हैं तो कितनी टेंशन झेलनी पड़ती है यह बात आप आसानी से समझ सकते हैं। अगर जवाब नहीं में हैं तो फिर यह जान लीजिए की डेथ-बर्थ के लिए कई दिन और मैप पास कराने के लिए कई महीनों तक चक्कर काटना लगभय तय रहता है। लेकिन अब एक राहत भरी खबर है। टेक्नोलॉजी इन दोनों काम की टेंशन को खत्म करने जा रही है। जिसके बाद आपको न तो नगर निगम के चक्कर काटने पड़ेंगे और न ही एडीए के। पब्लिक से जुड़ी हुई ये दोनों फैसेलिटीज जल्द ही ऑनलाइन होने वाली हैं। प्रोसेस कम्पलीट हो चुकी है। जल्द ही इनका श्री गणेश हो जाएगा। पैदा होते ही बन जाएगा birth certificate  
नगर निगम डेथ-बर्थ सर्टिफिकेट के सिस्टम को पूरी तरह से ऑनलाइन करने जा रहा है। निगम की आईटी टीम ने हेल्थ ऑफिसर का डिजिटल सिग्नेचर भी तैयार करवा लिया है। इस क्रम में सबसे पहले निगम द्वारा सिटी भर के हॉस्पिटल से टाईअप किया जा रहा है। जिसके बाद हॉस्पिटल में पैदा होते ही बच्चों की डिटेल्स नगर निगम को ट्रांसफर कर की जाएंगी। इसके लिए नगर निगम द्वारा हॉस्पिटल को एक यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। जिससे कि हॉस्पिटल में पर डे जितने भी बच्चे होंगे उनका डाटा फीड करके हॉस्पिटल का स्टॉफ नगर निगम को ऑनलाइन सौंप देगा। जिसके बाद निगम द्वारा पैदा होते ही उसका बर्थ सर्टिफिकेट ऑनलाइन जारी कर दिया जाएगा। मैप के लिए नहीं काटने होंगे चक्कर इलाहाबाद डेवलपमेंट अथारिटी भी घरों के नक्शा पास कराने के सिस्टम को ऑनलाइन कर रही है। एडीए के अधिशाषी अभियंता आरडी राय ने बताया कि ऑनलाइन में दो फैसेलिटी इलाहाबादियों को प्रोवाइड किया जाएगा। पहली यह है कि मैप बनाकर जमा करने के बाद आप उसका ऑनलाइन स्टेटस चेक कर सकते हैं। वहीं दूसरी फैसेलिटी यह है कि आप ऑनलाइन नक्शा भेज देंगे, जिसके बाद ऑनलाइन ही उसकी फीस बता दी जाएगी। जिसको आप ई-पेमेंट के थू्र जमा कर सकते हैं। अगर नक्शे में कुछ चेंज होगा तो इसकी भी सूचना ऑनलाइन उपलब्ध करा दी जाएगी। कुछ चेंज होगा तो उसी तरह के नक्शे के कुछ ऑप्शन उपलब्ध करा दिए जाएंगे, जिसको पंसद करके वह फाइनल करा सकता है। कैसे बनाएंगे onnline system


निगम के ऑफिसर्स बताते हैं कि बर्थ सर्टिफिकेट के लिए अगर हॉस्पिटल को कवर कर लिया जाए तो फ्यूचर में 70 प्रतिशत से ज्यादा काम हो जाएगा। बच्चे हॉस्पिटल में होते हैं। ऐसे में पैदा होने के साथ ही उनका बर्थ सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। यह भी प्लान है कि पैरेंट्स हॉस्पिटल में ही निर्धारित शुल्क या फिर ऑनलाइन पेमेंट करके सर्टिफिकेट ले सकते हैं। फस्र्ट फेज में कुछ गवर्नमेंट हॉस्पिटल से ट्रायल के तौर पर काम स्टार्ट किया जाएगा। जिसके बाद धीरे-धीरे सभी हॉस्पिटल को कवर किया जाएगा। क्या-क्या हैं फायदे- नगर निगम- डेथ-बर्थ सर्टिफिकेट बनवाना किसी टेंशन से कम नहीं है। लेकिन ऑनलाइन सिस्टम के बाद पेमेंट से लेकर सर्टिफिकेट तक घर पर उपलब्ध हो जाएगा। -अभी निगम ऑफिस में पहले फार्म लेने आइए, फिर डाक्यूमेंट के साथ फार्म जमा करने जाइए फिर सर्टिफिकेट लेने के लिए आइए। -मैनुअल सिस्टम में पब्लिक को भी बाबुओं के चक्कर काटने के साथ ही उनसे कई बार रिक्वेस्ट तक करनी पड़ जाती है। -लेकिन ऑनलाइन सिस्टम के बाद यह टेंशन भी खत्म हो जाएगी, आराम से घर बैठे-बैठे चीजों को मैनेज करते रहिए। एडीए- -नक्शा पास कराने के लिए एक नियमित शुल्क देना होगा, अभी की तरह सुविधा शुल्क का सिस्टम खत्म हो जाएगा।

-आप ऑनलाइन यह भी चेक कर पाएंगे कि आपकी नक्शा पास करने की फाइल कहां पर फंसी हुई है और क्यों? -प्रजेंट में नक्शा को कई बार जानबूझकर एक-एक महीने तक रोके रखा जाता है। ऑनलाइन फैसेलिटी इसको खत्म कर देगी। -टाइम की एक लिमिट भी फिक्स हो जाएगी, जिससे की ऑफिसर्स की जिम्मेदारी भी तय हो पाएगी।

Posted By: Inextlive