सुरक्षा और सेफ्टी को लेकर सकुर्लर जारी कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे एजुकेशन बोर्ड

सीबीएसई और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नाक के नीचे चल रही स्कूलों की मनमानी

देहरादून,

दून में बोर्डिग स्कूल में हुए गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय और शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में सेफ्टी के लिए फिर से सकुर्लर जारी किए गए हैं। ऐसे में सवाल ये है कि स्कूलों की लापरवाही सामने आने के बाद ही क्यों बोर्ड सक्रिय नजर आने लगते हैं। जबकि स्कूलों की मान्यता और सभी शैक्षिणिक एक्टिविटी के लिए शिक्षा विभाग और सीबीएसई की पूरी प्रक्रिया से गुजरना होता है।

स्कूलों की नहीं हो रही मॉनीटरिंग

जीआरडी स्कूल में हुए गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर प्रदेश में स्थापित एजुकेशन बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। हैरत की बात है कि शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में खुद इस बात का खुलासा हुआ कि स्कूल परिसर में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे तक नहीं थे। सुरक्षा के कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं थे, इतना ही नहीं सीबीएसई से मान्यताप्राप्त करने का दावा करने वाले स्कूल प्रबंधन बिना बोर्ड की मान्यता के ही स्कूल चला रहे थे। ऐसे में राजधानी में ही सीबीएसई का क्षेत्रीय कार्यालय होने और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के देहरादून में रहकर प्रदेश भर के स्कूलों की मॉनीटरिंग कैसे हो रही है। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

सकुर्लर से सेफ्टी व सिक्योरिटी

सीबीएसई की ओर से सभी स्कूलों को स्टूडेंट्स की सेफ्टी और सिक्योरिटी को लेकर सकुर्लर भेजा गया है। इसमें स्टूडेंट्स को पूरी सुरक्षा देने, ट्रांसपोटर्स सिस्टम, हाईजेनिक प्वाइंट, स्कूल की इन्फ्रास्ट्रेक्चर को लेकर जरूरी गाइडलाइन को फोलो करने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूलों के महत्वपूर्ण एरियाज में सीसीटीवी कैमरों से कवर करने और समय-समय पर मॉनीटरिंग करने को कहा गया है। स्कूल बसों में जीपीएस सिस्टम सुनिश्चित करने के साथ ही एक-एक टीचर की हर बस में स्टूडेंट्स को एस्कॉर्ट करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही स्कूलों में भर्ती किए जाने वाले स्टाफ और टीचर्स की भर्ती कि समय साइकोमेट्रिक टेस्ट लेने के साथ ही जरूरी प्रक्रिया से गुजरने को कहा गया है।

वर्जन-

स्कूलों को समय-समय पर जरूरी गाइडलाइन जारी किए जाते हैं। जो भी नियम और जरुरी प्रक्रिया है वो सभी स्कूलों को फॉलो करने होंगे। इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।

रणबीर सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, सीबीएसई

Posted By: Inextlive