दशकों बाद हजारों वर्ष की सुरक्षित संपदा का लोग कर सकेंगे दर्शन, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने दी अनुमति

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिशियल ट्वीटर से जारी किया स्वीकृति का वीडियो

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: प्रयागराज की धरती पर संगम किनारे अकबर के ऐतिहासिक किला में स्थित हजारों वर्ष पुराने 'अक्षयवट' और 'सरस्वती कूप' के बारे में लोगों ने सुना जरूर है, लेकिन बहुत कम ही लोगों ने इसे देखा है। क्योंकि यह दोनों ऐतिहासिक स्थल सेना के आयुध भंडार क्षेत्र की परिधि में आते हैं। ऐसे में वहां जाना प्रतिबंधित है। लेकिन कुंभ मेला 2019 में आने वालों को इसका दर्शन लाभ मिलेगा। इसके लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को अनुमति दे दी है। अनुमति के बाद अक्षयवट और सरस्वती कूप का दर्शन कराने की तैयारी शुरू हो गई है।

सीएम ने खुद दी जानकारी

इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद दी है। पंद्रह सितंबर की रात करीब पौने दस बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वीटर हैंडिल से एक वीडियो ट्वीट किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री 22 और 23 जनवरी 2019 को वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारी के साथ ही प्रवासी भारतीयों को संगम नगरी इलाहाबाद लाने की तैयारी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसी वीडियो के अंत में सीएम ने यह खुलासा किया है कि कुंभ मेला के दौरान तीर्थ यात्रियों को सरस्वती कूप और अक्षयवट का दर्शन कराया जाएगा। इसकी अनुमति भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने दे दी है।

लगाए जा रहे थे कयास

कुंभ मेला 2019 की तैयारी को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार तीर्थ यात्रियों को अक्षयवट और सरस्वती कूप का दर्शन कराया जा सकता है। कयासबाजी के बीच ही भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीता रमण 22 अगस्त को पहली बार इलाहाबाद पहुंची। संगम किनारे स्थित सेना के आयुध भंडार में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही उन्होंने सेना के अधिकारियों के साथ गोपनीय मीटिंग की। मीटिंग में कुंभ मेला को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की बात कही जा रही थी। अब कहा जा रहा है कि संभवत: रक्षा मंत्री अक्षयवट और सरस्वती कूप में कोई निर्णय लेने से पहले स्थितियों की जानकारी के लिए ही यहां पहुंची थीं।

क्या है सीएम के वीडियो में?

22 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंद्रहवें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। 23 को समापन कार्यक्रम के चीफ गेस्ट महामहिम राष्ट्रपति होंगे। इसके उपरांत सभी प्रवासी भारतीय कुंभ दर्शन के लिए प्रयाग राज की धरती पर आएंगे। उनके लिए प्रयागराज में विशेष व्यवस्था की गई है। प्रवासी भारतीयों के लिए प्रयाग में टेंट सिटी तैयार रहेगी। कुंभ में संगम के तट के साथ-साथ प्रयागराज की धरती पर अनेक ऐसे स्थल हैं, जहां उन्हें जाने का अवसर प्राप्त होगा। सभी प्रवासी भारतीयों को रामायण काल से जुड़े स्थलों का भी दर्शन कराया जाएगा। वर्षो बाद सरस्वती कूप के दर्शन के लिए भी भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने हमें अनुमति दी है। अक्षयवट वृक्ष के दर्शन करने का सौभाग्य भी प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्वीट बिल्कुल सही है। प्रवासी भारतीयों के लिए पहली बार किला में स्थित अक्षयवट और सरस्वती कूप का द्वार खोला जाएगा। सुरक्षा के पूरी तरह से इंतजाम रहेंगे।

अरविंद सिन्हा

विंग कमांडर, रिजनल पीआरओ और प्रवक्ता, मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस

Posted By: Inextlive