हर तरफ मिले गंदगी के ढेर, कूड़े से भरे मिले नाले

लोगों में नजर नहीं आई अपने शहर को साफ रखने की ललक

Meerut। इंदौर मॉडल पर सफाई करने के लिए पहुंची टीम के सामने निगम की पोल खुल गई। टीम को चारों ओर गंदगी का ढेर मिला। जबकि नाले भी गंदगी से अटे पड़े थे। जिसे देखकर इंदौर से आई टीम की आंख खुली की खुली रह गई। दरअसल, पायलट प्रोजक्ट के तहत शहर के पांच वार्डो का चयन किया गया है। यह टीम दस दिन तक इन पांच वार्डो का सर्वे करेगी और फिर सफाई का काम शुरू करेगी।

सफाई करते मिले कर्मचारी

इंदौर से आई सात सदस्यी टीम जब वार्डो में सर्वे करने के लिए पहुंची तो टीम को सफाई कर्मचारी बिना गलब्स और बिना जूतों के सफाई करते हुए मिले। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों ने मास्क भी नहीं पहन रखा था।

कंपनी से अनुबंध

शहर में सफाई के लिए मेरठ सिटीजन फोरम ने इंदौर में सफाई करने वाली हैदराबाद की मैसर्स बेसिक म्यूनिसिपल वेस्ट बेंचर लिमिटेड बेसिक्स एजेंसी से अनुबंध किया है। यह कंपनी पहले चुने गए पांच वार्डो का सर्वे करेगी। सर्वे के दौरान मानक के अनुसार कर्मचारियों की संख्या, कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधा साथ ही रोज निकलने वाले कूड़े का आंकलन भी करेगी। इसके अलावा टीम द्वारा यह भी देखा जाएगा कि सफाई को लेकर शहरवासी कितनी जागरूक हैं।

संसाधनों का उपयोग

कंपनी द्वारा शहर में नि:शुल्क सफाई कराई जाएगी। टीम सफाई के लिए नगर निगम के संसाधनों का उपयोग करेगी। दस दिनों में हैदराबाद से आई सात सदस्य टीम लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने का काम भी करेगी। शहर में जगह-जगह कूड़ा फेंकने के बजाए पॉलीथिन के प्रयोग के लिए प्रेरित करेगी।

वार्डो का चयन

नगर निगम द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पांच वार्डो का चयन किया है। इसमें वार्ड नंबर 56, 58, 66, 67 और 72 शामिल हैं।

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पांच वार्डो को इंदौर मॉडल पर सफाई के लिए चुना गया है। इंदौर से आई टीम सर्वे के बाद सफाई का काम शुरू करेगी। यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो पूरे शहर में इसे लागू कर दिया जाएगा।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive