इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी की एमएड प्रवेश परीक्षा का मामला

ALLAHABAD: इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी की एमएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन रविवार को किया जाना है। प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले तमाम अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र ही यूनिवर्सिटी ने अपलोड नहीं किया। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने सैटरडे को यूनिवर्सिटी के कार्यालय पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया। उनका कहना है कि स्टेट यूनिवर्सिटी ने फार्म के 600 रुपए तो एक्सेप्ट कर लिए, लेकिन वर्ष 2015 से पहले के अभ्यर्थियों को गैप इयर के नाम पर परीक्षा से बाहर कर दिया।

गैप ईयर के नाम पर रोक नहीं सकते

प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले मनोज उपाध्याय पुत्र अवध नारायण उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2014 में बीएड किया। दूसरी यूनिवर्सिटी में गैप इयर के नाम पर एक निश्चित प्रतिशत अंक काटे जाने का नियम है। लेकिन, किसी को भी इस आधार पर परीक्षा देने से रोका नहीं जा सकता। प्रवेश पत्र ऑनलाइन न मिलने पर जब उन्होंने सैटरडे को रजिस्ट्रार डॉ। विनीता यादव से मिलकर शिकायत की तो उन्होंने कोई वाजिब जवाब भी नहीं दिया। यह कहकर लौटा दिया कि जो किया गया है, वह नियमों के आलोक में है। कुलपति प्रो। राजेन्द्र प्रसाद से भी उन्होंने फोन पर बात की। उन्होंने भी असमर्थता जता दी।

118 साल पहले की दे दी रिसीविंग

मनोज का कहना है कि यूनिवर्सिटी का पूरा सिस्टम ध्वस्त है। यूनिवर्सिटी ने सेशन 2018-19 के लिए किए गए आवेदन फीस की जो रिसीविंग मुहैया करवाई है उस पर डेट 01 जनवरी 1900 डाली गई है। उनका एप्लीकेशन नम्बर 201891198 और कस्टमर आईडी 1900042371 है। मनोज का कहना है कि यदि वे परीक्षा के लिए अर्ह नहीं थे तो उनका फार्म ही रिजेक्ट हो जाना चाहिए था। गौरतलब है कि विवि परिसर में संचालित परास्नातक स्तर पर हिन्दी, राजनीति विज्ञान, समाजकार्य विषयों में एमए एवं एमकॉम तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों में संचालित एमएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु रविवार को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। कुलभाष्कर आश्रम पीजी कॉलेज लाउदर रोड को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।

हमने सेशन 2014-15 से 2017-18 तक वालों का एडमिट कार्ड जारी किया है। अब कितने वर्ष पूर्व वालों को मौका दे दें। गैप ईयर का नियम अलग-अलग यूनिवर्सिटी का अलग-अलग होता है।

डॉ। विनीता यादव, रजिस्ट्रार

Posted By: Inextlive