आउटर जोन के जोनल प्लान से लगेंगे विकास को पंख
एमडीए की सीमा विस्तार के बाद जुडे़ क्षेत्र में तैयार हो रहा विकास का खाका
सेटेलाइट इमेज से चीफ कंट्री टाउन प्लानर तैयार कर रहे हैं रिवाइज मास्टर प्लान 2031 Meerut : मेरठ विकास प्राधिकरण की सीमा विस्तार के बाद शासन ने आउटर जोन का जोनल प्लान बनाने का फैसला लिया है। गत दिनों आवास एवं शहरी विकास विभाग की बैठक में प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने चीफ कंट्री टाउन प्लानर अजय मिश्रा को मेरठ का आउटर जोनल प्लान बनाने के निर्देश दिए। साथ ही टाउन प्लानर मेरठ का रिवाइज मास्टर प्लान 2031 भी बनाएंगे। सेटेलाइट इमेज से मेरठ के विकास का खाका खींचा जा रहा है। समग्र विकास का बनेगा प्लानएमडीए वीसी साहब सिंह ने बताया कि आउटर जोन को पूरी तरह से विकसित करने के लिए समग्र प्लान तैयार किया जा रहा है। ग्रेटर मेरठ के नाम से फेमस दौराला महायोजना के साथ-साथ सीमा विस्तार के बाद एमडीए में शामिल हुए छह स्थानीय निकाय के नगरीय क्षेत्रों के और 124 राजस्व ग्रामों के विकास की योजनाएं भी आउटर जोनल प्लान में शामिल होंगी। गौरतलब है कि मेरठ विकास प्राधिकरण की सीमा में अब नगर पालिका परिषद मवाना और सरधना के अलावा नगर पंचायत खरखौदा, हस्तिनापुर, बहसूमा और लावड़ के नगर क्षेत्र को शामिल किया गया है।
सेटेलाइट इमेज का प्लान चीफ कंट्री टाउन प्लानर सेटेलाइट इमेज से विस्तार के बाद शामिल हुए क्षेत्रों के विकास का खाका खींचेंगे। एमडीए वीसी ने बताया कि आउटर जोन के जोनल प्लान में औद्योगिक क्षेत्रों, रियाहशी इलाकों को चिह्नित किया जाएगा तो वहीं हाइटेक सिटी टाउनशिप-इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए भी एरिया रिजर्व किया जाएगा। एजुकेशन इंस्टीट्यूट, हॉस्पिटेलिटी, आईटी सेक्टर के लिए विशिष्ट क्षेत्र को आउटर जोनल प्लान में चिह्नित किया जाएगा। बड़े हिस्से में ग्रीन बेल्ट को जोनल प्लान में स्थान मिलेगा। इनसेट बनेगी हाईटेक सिटी एडीएम वीसी ने बताया कि शासन द्वारा हाईटेक सिटी के संबंध में जानकारी मांगी गई है। कानपुर, इलाहाबाद और बनारस के तर्ज पर मेरठ में भी हाईटेक सिटी को विकसित करने की योजना सरकार की है। फिलहाल शासन के निर्देश पर प्राधिकरण हाईटेक सिटी की संभावनाओं को लेकर एक ड्रॉफ्ट डॉक्यूमेंट सरकार को भेज रहा है। मेरठ के आउटर जोनल प्लान को बनाने के लिए शासन ने चीफ कंट्री टाउन प्लानर को निर्देश दिए हैं। सीमा विस्तार के बाद मेरठ विकास प्राधिकरण सीमा में शामिल हुए क्षेत्रों के समग्र विकास को जोनल प्लान में शामिल किया जाएगा। साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए