25 से अधिक पुलिस अफसर ाुफिया तौर पर कर रहे थे शहर की निगरानी

PATNA : रविवार को आयोजित दीन बचाओ-देश बचाओ रैली के दौरान गांधी मैदान में एक तरफ शांति की दुआ मांगी जा रही थी तो दूसरी जाम से पूरा शहर अशांत हो गया। लोगों के हुजूम से पटना जाम हो गया। गाडि़यां जहां फंसीं वहीं फंसी ही रह गईं। एंबुलेंस में मरीज कराहते रहे और डॉक्टरों को पैदल ही हॉस्पिटल भागना पड़ा। राजधानी पूरी तरह से थम गई थी। प्रशासन भीड़ का अंदाजा ही नहीं लगा पाया था जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई और इससे पब्लिक काफी परेशान हुई। शहर में 15 से अधिक रास्तों की बैरिकेडिंग कर प्राइवेट साधनों को बंद कर दिया गया था। इससे लोगों को धूप में पैदल चलना भारी पड़ा। राजधानी उस समय पूरी तरह से जाम हो गई जब शाम को एक साथ भीड़ गांधी मैदान से बाहर निकली। फोर्स भी इसे कंट्रोल करने में से फेल होती नजर आई।

पीएमसीएच जाने में फूला दम

गांधी मैदान से पटना मेडिकल कॉलेज जाने में लोगों की सांस फूल गई। पुलिस ने वाहनों को रोक दिया था और बाइक के अलावा कोई भी साधन नहीं चल रहे थे। हालांकि एंबुलेंस को लेकर विशेष निर्देश था लेकिन भीड़ के हुजूम में वह भी कई जगह फंसी रही। मरीजों को पटना मेडिकल कॉलेज जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। गांधी मैदान के चारो तरफ भीड़ ही भीड़ थी जिसे पारकर जाना आसान नहीं था। गांधी मैदान के आस पास कोई भी ऐसा रास्ता नहीं था जहां से लोग आसानी से जा सके। पुलिस का प्लान यातायात व्यवस्था को लेकर ऐसा नहीं था जिससे मरीजों का राहत मिल सके। पटना मेडिकल कॉलेज के मोड़ पर ही मरीजों का वाहन घंटों फंसा रहा।

जाम में फंसा एंबुलेंस

राकेश एंबुलेंस में जिंदगी की जंग लड़ रहा था। परिवार वालों को अस्पताल दिा रहा था। लेकिन रास्ते का जाम उन्हें एक कदम भी आगे नहीं बढ़ने दे रहा था। बार-बार चालक हार्न बजा रहा था लेकिन शोर शराबा में उसकी सुनने वाला कौन था। एग्जिबिशन रोड पर काफी देर तक फंसी एंबुलेंस में बैठे राकेश के परिजनों को लग रहा था कि वह अस्पताल ही नहीं पहुंच पाएंगे।

डॉक्टरों को पैदल जाना पड़ा अस्पताल

गाडि़यां बंद होने और कई रास्तों में बैरीकेटिंग होने से उन्हें इमरजेंसी में पैदल अस्पताल तक जाना पड़ा। शहर के प्रमुख गैस्ट्रो सर्जन डॉ संजीव कुमार ने तो अपने फेसबुक वाल पर लिा है कि बहुत देर से ट्रैफिक में फंसा था और पैदल ही हॉस्पिटल जाना पड़ा।

गांधी सेतु व एनएच पर रहा वाहनों का दबाव

गांधी सेतु, एनएच और पीपा पुल पर वाहनों का इतना दबाव था कि घंटो वाहनों के पहिए नहीं चल पाए। दोपहर से लेकर देर रात तक पश्चिमी लेन पर रैली से लौटने वाले वाहनों की कतार लगी रही। डायवर्जन और वन-वे में पुलिस एक्टिव रही जिससे एबुलेंस को किसी तरह से पार कराया गया।

Posted By: Inextlive