तो इसलिए टेकओवर से कतरा रहा जलकल
-शहर को बिना किसी रुकावट के वॉटर सप्लाई के लिए बनाए गए 40 ओवरहेड टैंक व बिछाई गई पाइप है कमजोर लीकेज
-टेस्टिंग में ही सामने आ चुकी है कई जगह लीकेज, पानी के लिए तरह रही पब्लिक VARANASI शहर की क्म् लाख की आबादी को शुद्ध और बिना किसी रुकावट के वॉटर सप्लाई के लिए बनी जलापूर्ति योजना में ही झोल-झाल नजर आ रहा है। जेएनएनयूआरएम योजना के तहत ट्रांस वरुणा और सिस वरुणा में ब्0 ओवरहेड टैंक बनाने के साथ इनसे वॉटर सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछायी गयी है। नगर निगम और जलकल विभाग की मानें तो सिर्फ ओवरहेड टैंक ही नहीं पाइप लाइन भी इस लायक नहीं है कि वह वॉटर के प्रेशर को झेल सके। कार्यदायी संस्था जल निगम ने ही इस योजना का काम कराया है। कार्य पूरा हो चुका है। अब इसे जलकल को हैंडओवर करना है।लापरवाही से पानी को तरस रहे लोग
जलापूर्ति योजना के काम में हुई लापरवाही के कारण ही शहर की जनता को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। इस योजना के पूरा होने से 90 परसेंट लोगों के घरों तक पानी बिना किसी रुकावट के पहुंचेगा। योजना को पूरा हुए एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। लेकिन ट्रांस वरुणा व सिस वरुणा में पब्लिक को इसका लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। बनाए गए ओवरहेड टैंक व बिछाई गई पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण ही कमिश्नर आवास के पास पिछले दो दिन से रोड पर पानी बह रहा है। शहर के आधा दर्जन जगहों पर ऐसी गड़बड़ी सामने आयी है।
फंसी योजना जलकल विभाग ने इस योजना को टेक ओवर करने से हाथ खड़े कर दिये हैं। विभाग का कहना है कि पूरी योजना अब तक जन उपयोगी नहीं हो सकी है। ओवरहेड टैंक और पाइप लाइन इस लायक नहीं हैं कि उसे टेक ओवर किया जाए। ऐसा करने पर बड़ी समस्या सामने आ सकती है। इस मामले में डीएम विजय किरण आनंद ने भी जलकल को निर्देश दिये थे कि वह ओवरहेड टैंक को टेक ओवर करें और जन उपयोगी बनाये जाने के लिए जो भी काम कराया जाना है उसे करायें। ओवरहेड टैंक के साथ ही पाइप लाइन में कई कमियां हैं जिसे दूर किया जा रहा है। हमारे टेक ओवर करने के बाद भी जल निगम छह महीने तक इसकी देखरेख करेगा। एसपी श्रीवास्तव, सचिव जलकल