GORAKHPUR : जलकल डिपार्टमेंट सिटी को गंदा पानी पिला रहा है. चौंक गए न पर यह हकीकत है क्योंकि सिटी में वाटर सप्लाई के लिए बने अधिकांश ओवरहेड टैंक सफाई के लिए तरस रहे हैं. कोई टैंक महीनों तो कोई सालों से अपनी सफाई की बाट जोह रहा है. जबकि कागजों में हर चार माह पर इन टैंकों की सफाई की जाती है. गंदे पानी की लगातार मिल रही शिकायत की हकीकत जानने जब मौके पर आई नेक्स्ट रिपोर्टर पहुंचा तो जलकल डिपार्टमेंट की कलई खुल गई. पेश है सिटी के कई एरिया के ओवरहेड टैंक का आंखों देखा हाल...


आठ माह पहले हुई थी सफाईप्लेस-मुंशी प्रेमचंद पार्क के बगल मेंसफाई की डेट- 31-5-2013मुंशी प्रेमचंद पार्क के बगल में बने सिटी के सबसे बड़े ओवरहेड टैंक से हांसूपुर का आधा एरिया, तुर्कमानपुर, नार्मल व पांडेयहाता एरिया के लगभग 9 सौ घरों में पानी की सप्लाई होती है। इस ओवरहेड टैंक की क्षमता 1 लाख 27 हजार लीटर की है। यहां बरसात के पहले तो सफाई हुई है लेकिन बरसात बाद सफाई नहीं हुई है। जबकि नियमानुसार बरसात के पहले और बाद टंकी की सफाई होनी चाहिए।ढाई साल पहले हुई थी सफाईप्लेस- बेतियाहातासफाई की डेट- 6-4-2011


सिटी के सबसे पॉश कॉलोनी बेतियाहाता के 700 घरों में पानी सप्लाई करने के लिए बेतियाहाता हुनमान मंदिर के पीछे एक ओवरहेड टंैंक बना है। इस टंकी के खंभों पर सफाई की डेट 6 अप्रैल 2011 लिखा हुआ है। खंभों पर लिखे डेट की मानें तो अप्रैल 2011 के बाद इस टंकी की सफाई नहीं हुई है। जब सिटी के पॉश कॉलोनियों की हालत यह है तो बाहरी इलाकों की टंकियों की हालत का अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। यहां होती है गंदे पानी की सप्लाईप्लेस-सूरजकुंडखंभों पर सफाई का डेट- 9-9-2012

सिटी का यह भी पॉश एरिया है, पर जलकल यहां भी कमाल करने से नहीं चूका। इस टंकी से सूरजकुंड के 300 से 400 घरों में पानी की सप्लाई होती है। इन घरों में जलकल की लापरवाही के कारण दूषित पानी की सप्लाई हो रही, लेकिन टंकियों की सफाई की सुध लेने वाला कोई नहीं है। छह माह पहले हुई थी सफाईप्लेस-लालडिग्गीसफाई की डेट- 6-5-13यहां जलकल डिपार्टमेंट ने बरसात के पहले तो टंकी की सफाई का काम कर दिया, लेकिन बरसात के बाद टंकी की सफाई करना ही भूल गया। यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि दो साल से तो पानी की टंकी की सीढ़ी टूटी हुई थी, लोगों ने काफी हंगामा किया उसके बाद अप्रैल 2013 में सीढ़ी बनी उसके बाद मई में सफाई हुई। अगर सीढ़ी नहीं बनी होती तो इस बार भी सफाई नहीं होती। 2011 में हुई थी सफाईप्लेस-मोहद्दीपुरसफाई की डेट- 12-9-2011

सबसे बुरी स्थिति मोहद्दीपुर स्थित ओवरहेड टैंक की है। यहां से 12 सौ से अधिक घरों में पानी सप्लाई होती है। इस टंकी के खंभे पर लिखे डेट की मानें तो सितंबर 2011 के बाद इस टंकी की सफाई नहीं की गई है। जब इस संबंध में ऑपरेटर से बात की गई तो उसने बताया की सफाई तो नहीं हुई लेकिन आप लोग चाहेंगे तो जल्द सफाई हो जाएगी। 17 ओवर हेड टैंकों से होती है वाटर सप्लाईसिटी में पानी सप्लाई के लिए 17 ओवरहेड टैंक लगे हैं, जिनसे 30 हजार घरों में पानी सप्लाई होती है। सबसे पुराना मोहद््दीपुर का ओवरहेड टैंक है तो सबसे बड़ा ओवरहेड टैंक मुंशी प्रेमचंद पार्क के बगल में लगा हुआ है। इसके अलावा बशारतपुर, नेताजी सुभाषचंद्र बोस नगर कॉलोनी, असुरन चौक, जलकल परिसर में दो, विंध्यवासिनी नगर, कूड़ाघाट, महेवा, कृष्णानगर, गंगानगर, राजेंद्रनगर, जनप्रिय विहार कॉलोनी और हुमायूंपुर में ओवरहेड टैंक बने हुए हैं। नियम -बरसात शुरू होने के पहले और तत्काल बाद टंकी की सफाई होनी चाहिए -चार माह में एक बार टंकी की सफाई होनी चाहिए। मैं इस मामले की जांच कराता हूं। वैसे समय-समय पर टंकियों की सफाई कराई जाती है। यदि कहीं सफाई नहीं हुई है तो सफाई करवाई जाएगी।पीएन मिश्रा, जेई, जलकल

Posted By: Inextlive