फ्लैग - फ्लाईओवर में ओवरलोड डंफर टीएसआई और वकील पर पलटा

-टीएसआई ड्यूटी पर गया था, जबकि वकील वहां से गुजर रहा था

-गिट्टी से ओवरलोड था डंफर, टायर फटने से पलटा, दोनों चपेट में आए

-पुलिस जेसीबी मशीन और तीन घंटे की मशक्कत के बाद निकाल पाई शव

-टीएसआई का हाथ कट गया था, हादसे को देख दहल गए प्रत्यक्षदर्शी

KANPUR :

चकेरी फ्लाईओवर पर मंगलवार को भ्रष्ट सिस्टम ने एक टीएसआई और एक वकील को मौत की नींद सुला दिया। टीएसआई फ्लाईओवर पर ड्यूटी कर रहा था, जबकि वकील वहां से गुजर था कि तभी एक ओवरलोड डंफर उनके ऊपर पलट गया। इस खौफनाक हादसे में मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। भ्रष्ट सिस्टम की वजह से ही ओवरलोड डंफर सिटी के बीचोंबीच दौड़ रहा था और ज्यादा भार होने से डंफर का टायर फट गया और डंफर मौत बनकर टीएसआई और वकील पर पलट गया।

ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे थे

मूलरूप से इटावा के भरतना में रहने वाले रजनीश यादव (40) ट्रैफिक पुलिस में टीएसआई पद पर कार्यरत थे। उनके परिवार में पत्नी मीरा देवी और दो बेटे मृदुल (19) व अंकुर (18) हैं। वो यहां पर पुलिस लाइन में परिवार समेत रहते थे। मंगलवार को उनकी फ्लाईओवर पर ड्यूटी लगी थी। वो सुबह करीब आठ बजे बाइक से वहां पहुंचे थे। वो बाइक पर बैठकर ट्रैफिक पर नजर रख रहे थे कि उसी वक्त सजेती के बिनगवां निवासी एडवोकेट राजेश सचान (35) वहां से गुजर रहे थे। उनके बगल में गिट्टी से ओवरलोड डंफर भी चल रहा था। वकील और डंफर टीएसआई के बराबर पर पहुंचे थे कि अचानक पिछला टायर फटने से डंफर अनियंत्रित होकर वकील और टीएसआई पर पलट गया। दोनों की गिट्टी में दबकर मौत हो गई। उन्हें बचने का मौका तक नहीं मिला।

प्रत्यक्षदर्शियों का िदल दहल गया

हादसा इतना खतरनाक था कि उसे देखकर प्रत्यक्षदर्शी दहल गए। फ्लाईओवर पर गिट्टी का ढेर लग गया। सूचना पर चकेरी समेत आधा दर्जन थाने की फोर्स के साथ ही एसएसपी और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत और जेसीबी की मदद के बाद शव को गिट्टी के ढेर से बाहर निकाल पाई।

टीएसआई का हाथ भी कट चुका था

पुलिस ने पहले जेसीबी मशीन से डंफर को किनारे किया और फिर गिट्टी के ढेर को हटाकर जैसे शवों को बाहर निकाला तो पता चला कि टीएसआई का हाथ कटा हुआ है। इसके बाद पुलिस को दोबारा गिट्टी को हटवाकर हाथ को ढूढ़कर बाहर निकाला।

बेसहारा हुआ वकील का परिवार

हादसे में राजेश की मौत से उसके परिवार में पत्नी सुधा और दो बेटियां गरिमा (3) और महिमा (1) एकदम बेसहारा हो गए हैं। उसकी मौत से घर में कोहराम मच गया। सुधा रोते-रोते बेहाल हो गई। बेटी गरिमा को तो पता ही नहीं है कि उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। वो मम्मी को रोते देख और भी मायूस हो गई। वो घरवालों से बार-बार पूछ रही थी कि मम्मी क्यों रो रही है?

भ्रष्ट सिस्टम है दोनों की मौत का जिम्मेदार

वैसे तो यह देखने में सामान्य हादसा लग रहा है, जबकि सच्चाई है कि यह हादसा भ्रष्ट सिस्टम की वजह से हुआ है। आपको मालूम है कि डंफर समेत अन्य किसी भी कामर्शियल या प्राइवेट वाहन को ओवरलोड कर चलाना जुर्म है, लेकिन इसके बाद डंफर ओवरलोड था। डंफर कबरई से लखनऊ जा रहा था, लेकिन रास्ते में न तो आरटीओ ने डंफर को रोका और न ही पुलिस ने।

चार घंटे ठप रहा ट्रैफिक

फ्लाईओवर में हादसे का पता चलते ही पुलिस ने मौके पर जाकर एक लेन का ट्रैफिक रोक दिया। पुलिस को डंफर को किनारे करने और लाशों को बरामद करने में तीन घंटे लग गए। जिससे फ्लाईओवर के एक ओर गाडि़यों की कतारें लग गई। ट्रैफिक सही कराने में पुलिस को करीब चार घंटे लग गए।

टाइम लाइन

8.20 बजे टीएसआई फ्लाईओवर पर पहुंचे

8.30 बजे बाइक से वकील और डंफर उनके सामने आया

8.30 बजे डंफर टायर फटने से वकील और टीएसआई पर पलट गया

9.05 बजे चकेरी इंस्पेक्टर फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए

9.20 बजे आधा दर्जन थानों की फोर्स ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया

9.35 बजे पुलिस ने एक जेसीबी मशीन को बुलाया

9.55 बजे दूसरी जेसीबी मशीन को मौके पर लाया गया

10.10 बजे मशीन से डंफर को हटाया जा सका

10.45 बजे एसएसपी मौके पर पहुंच गए

11.05 बजे गिट्टी हटाकर वकील की लाश निकाली गई

11.10 बजे टीएसआई की लाश बाहर निकाली गई

11.55 बजे टीएसआई का कटा हाथ बरामद हुआ

Posted By: Inextlive