- प्रतिबंध के बावजूद खुलेआम बिक रहा ऑक्सीटोसिन

- ऑक्सीटोसिन के कारोबार पर लगाम कसेगी केंद्रीय टीम

Meerut महिलाओं के प्रसव में इस्तेमाल होने वाले ऑक्सीटोसिन का मेरठ में बड़े पैमाने पर काला कारोबार हो रहा है। वैसे तो ये दवा सिर्फ डॉक्टर के पर्चे पर ही मिलनी चाहिए, लेकिन बाजार में कोई भी इसे आसानी के साथ खरीद सकता है। जिस ऑक्सीटोसिन की खपत जिले में लगभग एक हजार मिलीलीटर प्रतिदिन है, वो प्रतिदिन डेढ़ लाख मिलीलीटर यूज हो रही है। आखिर इतनी बड़ी मात्रा में कहां जा रही है ये प्रतिबंधित दवा? कौन लोग हैं, जो आपकी जिंदगी को दाव पर लगाकर अपनी जेब भर रहे हैं? सबसे ज्यादा दूध की डेयरियों पर या फलों-सब्जियों में इस्तेमाल हो रहा है। इसे रोकने के लिए केंद्रीय बाल एवं महिला विकास मंत्री मेनका गांधी ने एक गोपनीय टीम गठित कर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शनों पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

यहां होती है भारी खपत

मेरठ में डेयरी वाले धड़ल्ले के साथ ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल किया जा रहा है। गाय व भैंस में दूध बढ़ाने के लिए ये इंजेक्शन लगाया जाता है। सिटी के आंकड़ों पर नजर डाले तो सिटी में लगभग एक हजार दूध की डेयरियां हैं, जहां इसका इस्तेमाल होता है। एक दिन में मेरठ में एक हजार डेरियों पर लगभग डेढ़ लाख एमएल ऑक्सीटोसिन की खपत हो रही है। पशु चिकित्सक डॉ। अनिश का कहना है यह दवा दुधारू जानवरों को तब लगाई जाती है, जब वह किसी कारण से दूध देना बंद कर दें। लौकी, तोरई, खीरा जैसी हरी सब्जियों का आकार बड़ा करने के लिए भी ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा फलों को बड़ा करने के लिए भी इस दवा को धड़ल्ले से प्रयोग हो रहा है।

यहां हो रहा अवैध धंधा

सूत्रों के अनुसार मेरठ में ऑक्सीटोसिन का अवैध धंधा शहर कोटला व लालकुर्ती जैसे इलाकों में हो रहा है। अवैध कारोबार में लगे लोग पांच लीटर का कंसनट्रेट ऑक्सीटोसिन लाते हैं और पानी मिलाकर प्लास्टिक की छोटी-छोटी पैकिंग में डेयरी या फल वालों को बेचा जाता है। वैसे पिछले दिनों में अलवर में एक अपराधी गिरोह पकड़ा गया था, जो बच्चों को इंजेक्शन लगाकर इन्हें जल्दी युवा बनाने की कोशिश करता था।

रोजना ब्00 डिलवरी

मेरठ में रोजाना सरकारी व प्राइवेट अस्तपालों में ब्00-भ्00 डिलवरी केस होते हैं, जिनमें इसका यूज किया जाता है। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ। मंजू मलिक के अनुसार एक महिला के लिए दो एमएल का इस्तेमाल किया जाता है। डॉ। मंजू के अनुसार प्रसव के दौरान महिला को ऑक्सीटोसिन लगाया जाता है। गायइनिक डॉ। जया जैन के अनुसार एक महिला को प्रसव के समय इस इंजेक्शन का लगाना बेहद आवश्यक होता है।

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संसद में उठा सवाल

ऑक्सीटोसिन के दुरुपयोग को लेकर संसद तक में भी माहौल गर्मा हो चुका है। केंद्रीय महिला विकास मंत्रालय ने फिर से इस मुद्दे को गर्मा दिया है। ड्रग कंट्रोलर ने भी इस मुद्दें पर राज्यों के ड्रग कंट्रोलर को जारी निर्देशों में इस मामले को अपने-अपने स्तर से देखने को कहा है।

बिक्री के नियम

मनुष्यों को बिक्री के मामले में यह शेड्यूएल एच के तहत आने वाली दवा है, जो सिर्फ डॉक्टरों की पर्ची पर दवा की दुकान से ही बिक सकती है।

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मौत भी हो सकती है

इस दवा से तांत्रिका तंत्र अचानक से फेल हो सकता है। जिससे मृत्यु हो सकती है। डॉक्टर्स के अनुसार तो इस दवा का इस्तेमाल नपंसुकता, बांझपन पैदा करता है। दिल की धड़कनें तेज करता है तथा रक्तचाप को बेहद कम कर देता है। इसके अलावा यूरीन से जुड़ी कुछ जटिलताएं भी पैदा करता है, लेकिन इन दुष्प्रभावों को लेकर वैज्ञानिक एकमत नहीं है।

वर्जन

हमारे यहां सिर्फ डॉक्टर के पर्चे पर ही यह दवा दी जाती है। अवैध कारोबार करने वालों पर सरकार को नियंत्रण करना चाहिए।

-रजनीश कौशल

महामंत्री, मेरठ कैमिस्टस एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन

मेरठ में अवैध रूप से कहां-कहां इसकी बिक्री हो रही है, इस पर हमारी टीम समय-समय पर स्टडी करती रहती है। अभी पहले भी टीम ने फलों व सब्जियों की जांच की थी, जिनमें इस दवा का असर नहीं था। अगर कहीं अवैध रूप से इस दवा का इस्तेमाल या बिक्री हो रही है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-लवकुश, ड्रग इंस्पेक्टर

Posted By: Inextlive