पाकिस्तान वायु सेना ने फरवरी में हुई डॉगफाइट के दौरान नियंत्रण रेखा एलओसी पार नहीं की है। यह बात भारतीय वायुसेना के प्रमुख ने एक प्रेस मीट के दाैरान कही।


ग्वालियर (एएनआई)। कारगिल वाॅर के 20 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सोमवार को ग्वालियर स्थित एयर बेस में भारतीय वायुसेना के टाइगर हिल हमले का प्रतीकात्मक चित्र पेश किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना प्रमुख मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ भी पहुंचे थे। इस दाैरान उन्होंने प्रेस मीट में सवालों के जवाब देते हुए पाकिस्तान से जुड़े कई बड़े खुलासे किए। पाकिस्तान का उद्देश्य भारतीय सेना की जगहों को निशाना बनाना
वायु सेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ ने कहा कि पाकिस्तान वायु सेना के विमानों ने बालाकोट हवाई हमले के बाद 27 फरवरी को हुए डॉगफाइट में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार नहीं की। पाकिस्तान हमारे हवाई क्षेत्र में नहीं आया। हमारा उद्देश्य आतंकी शिविरों पर हमला करना था। उनका उद्देश्य सेना की जगहों को निशाना बनाना था।उनमें से कोई भी हमारे क्षेत्र में नियंत्रण रेखा को पार नहीं कर पाया। हमने अपना सैन्य उद्देश्य हासिल कर लिया। पाकिस्तानी टिड्डे भारत में कर रहे घुसपैठ, चिंतित भारत-पाक वैज्ञानिक कर रहे हाई लेवल मीटिंगहमारी तरफ से नागरिक हवाई यातायात को कभी नहीं रोका गया


पाकिस्तानी एयर स्पेस के बंद होने के संबंध में उनका कहना है कि पाक ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। यह उनकी समस्या है, हमारी अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी है और हवाई यातायात इसका बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, हमारी तरफ से नागरिक हवाई यातायात को कभी नहीं रोका गया। उन्होंने याद करते हुए कहा, केवल 27 फरवरी (इस साल) को हमने श्रीनगर हवाई क्षेत्र को दो-तीन घंटे के लिए रोक दिया था। इसके अलावा बाकी हिस्सों को लेकर पाकिस्तान से कोई तनाव की बात नहीं थी, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था उनसे बड़ी है।

Posted By: Shweta Mishra