यूं तो कट्टरपंथ की भेंट चढ़े पाकिस्‍तान में महिलाओं के अधिकारों पर पुरुषों को वर्चस्‍व ही हावी रहता है लेकिन अबकी बार पाकिस्‍तान की महिलाएं भी अपने हक की लड़ाई लड़ना जान गई हैं। परंपरागत इस्‍लामी बंधनों में जकड़ी रहने वाली पाक महिलाएं इस बार सरकार के उस बिल के खिलाफ अपने बोल्‍ड रोल खुलकर सामने आ गई हैं जिसमें पतियों को अपनी पत्‍नियों की पिटाई का हक दिए जाने की सिफारिश की गई है। पाक महिलाओं ने सरकार के इस प्रस्‍तावित बिल के विरोध में #TryBeatingMeLightly के नाम से सोशल मीडिया पर जबरदस्‍त कैम्‍पेन छेड़ दिया है। सोशल मीडिया पर अब वो पतियों को चेतावनी दे रही हैं कि अगर पत्‍िनयों को हाथ भी लगाया तो उनका हाथ तोड़कर अल्‍लाह के भरोसे छोड दिया जाएगा। पाक संसद को कानून बनाने की सलाह देने वाली संवैधानिक समिति CII जो इस्‍लामिक आइडियोलॉजी पर काम करती है इसने ही इस बेतुके बिल का प्रस्‍ताव दिया जिसके मुताबिक अगर महिलाएं हिजाब न पहनें अजनबियों से बात करें या अपने पति की बात न मानें तो पति उनकी पिटाई कर सकते हैं। #TryBeatingMeLightly कैम्‍पेन के सपोर्ट में देश और देश के बाहर रहने वाली हजारों पाक महिलाओं ने पाक सरकार के इस बेतुके और तानाशाही वाले बिल के खिलाफ खुलकर अपने इरादे जाहिर किए हैं।


मरियम शब्बीर ने पाक पुरुषों से कहा है कि तुम मुझे इतना प्यार करो और केयर करो कि मैं तुम्हारी बात टाल ही न सकूं।


संबुल उस्मान ने तो सीधी धमकी देते हुए कहा है कि जिसने भी मुझ पर हाथ उठाया वो अगली सुबह देखने के लिए जिंदा नही बचेगा।


लाइफस्टाइल ब्लॉगर अंबर जुल्फकार ने कहा है कि ऐसा कुछ भी करने वाले के पिछवाड़े पर जोर की पंच दूंगी।


अम्न अब्बास ने मजाक में कहा है कि दो अंडे, काली मिर्च और लाल मिर्च लो मस्त फ्राई करो। सच्चे मर्द अंडे को पीटते हैं महिलाओं को नहीं।

 

Posted By: Chandramohan Mishra