सावन का महीना हो और दिल 'बाग-बाग' न हो इम्पॉसिबल. सावन ने एंट्री मारी नहीं कि मौज-मस्ती की फुलझड़ी छूटनी शुरू हो गई. सावन मिलन सामरोह में स्टेज पर सब के सब टिंकू जिया पर 'हिचकोले' मार रही थीं.


पंजाबी बिरादरी के सावन मिलन समारोह में महिलाओं की हरी-भरी मस्ती'आज मेरे जमीं पर नहीं हैं कदम'। सावन का मौसम आया नहीं कि मौज-मस्ती का दमदमा दौड़ शुरू। यूं तो बारिश नहीं हो रही है ,पर मस्ती की बूंदाबांदी चारो ओर हो रही है। मौसम भी ऐसा कि दिल करता है सबकुछ भूल-भाल कर सावन की फुहार में जल्दी से डुबकी लगा लें। सावन का असली रंग महिलाओं और लड़कियों पर देखने को मिलता है। हाथों में मेंहदी, कलाई में चूडिय़ां, पांवों में पायल, माथे पर कलरफुल बिंदी, मतलब पूरा का पूरा समां बस हरा-भरा हो जाता है। सावन का पहला दिन, सो हर कोई झूमने को बेताब। शनिवार को पंजाबी बिरादरी की मेंबर्स ऐसा ही मस्त धमाल मचाया। लोग आते गए और सावन के रंग में रंगते रहे। पवन करे शोर
'सावन का महीना पवन करे शोर अब के सजन सावन में आग लगेगी बदन में' आदि गीतों के साथ महिलाओं ने जबर्दस्त ठुमके लगाए। पंजाबी बिरादरी की प्रेसिडेंट पूनम सलूजा रिक्वेस्ट करती रहीं और महिलाएं स्टेज पर डांस धमाल मचाती रहीं। कोई म्यूजिक पर, तो कोई खुद की तान पर सावन में झूमती रही। सावन के इस रंग में रंगने को तैयार थीं सीमा पॉल, नीलम छाबड़ा, रविन्द्र कौर, गुरप्रीत। मेरी ममा है सबसे जुदा


उधर, जब स्टेज पर मम्मियों ने चलना शुरू किया, तो हर बच्चा अपनी ममा को सावन क्वीन के रूप में देखने लगा। टेंडर हाट्र्स इंटरनेशनल स्कूल में सावन क्वीन कांपटीशन आयोजित किया गया। इस अवसर पर सबसे अधिक सजी हुई मम्मी ममता गौतम बनीं। वहीं बेस्ट डांसर का अवार्ड रंजीता ममता ने पाया। मेंहदी प्रतियोगिता में पहला और दूसरा पुरस्कार सत्यसाई व श्रीयरन को मिला। इस मौके पर स्कूल की संस्थापिका प्रेमलता भार्गव, गीता भार्गव, नेहा, प्रिया, नवोदिता, रोसलीन आदि के साथ तमाम लोग मौजूद थे।

Posted By: Inextlive