-आसन वेटलैंड में सालों से आ रहा था फ्लाश फिश ईगल का एक जोड़ा

-इस साल अभी तक आया है जोड़े में से सिर्फ नर ईगल

-बर्ड वॉचर्स मान रहे हैं कि मादा ईगल हो गई है रास्ते में शिकार

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DEHRADUN : जोड़े में रहने वाले इंसानों को साथी के विछोह में तड़पते आपने कई बार देखा होगा, पर जानवर और पंछी भी इससे अछूते नहीं हैं। इसका अजब उदाहरण आसन बर्ड सेंचुरी में आई विदेशी पक्षियों की भीड़ के बीच देखा जा सकता है। साल दर साल यहां आने वाला फ्लाश फिश ईगल के जोड़े में से इस बार नर ईगल ही यहां पहुंच पाया है। चारों तरफ भरपूर शिकार मौजूद होने के बावजूद खाना-पीना त्यागकर अपने साथी की याद में पूरा दिन बैठे रहने वाले ईगल की यह हरकत बर्ड वॉचर्स को भी हैरान कर रही है।

ख्9 प्रजातियों के पक्षी पहुंचे

आसन वेटलैंड में हर साल की तरफ इस बार भी साइबेरियन पक्षियों की भीड़ खूब देखने को मिल रही है। लगभग ख्9 प्रजातियों के पक्षी यहां पहुंच चुके हैं, जिनकी संख्या वन विभाग की गणना में अभी तक ख्700 आंकी गई है। सबसे ज्यादा संख्या में सुनहरे पंखों वाले गोल्डन सुर्खाब आए हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, नवंबर माह के अंत तक यहां विदेशी पक्षी आने का क्रम जारी रहेगा, इसके बाद अंतिम गणना की जाएगी।

जोड़े में आता था फ्लाश फिश ईगल

वन विभाग के अधिकारियों और बर्ड वॉचर्स के लिए सेंटर प्वाइंट बना फ्लाश फिश ईगल का नर ही इस साल पहुंचा है। वन बीट अधिकारी प्रदीप सक्सेना के अनुसार, पिछले कई साल से स्विट्जरलैंड की इस प्रजाति के सिर्फ दो ही ईगल यहां आते रहे हैं, जिनमें एक नर और एक मादा होती थी। हर साल यह एक साथ ही यहां आते थे। यह जोड़ा यहीं पर ब्रीडिंग करता था और अंडे देता था, लेकिन इस बार नर ही पहुंचा है, जबकि मादा अभी तक नहीं आई है। ऐसा संभव है कि मादा ईगल रास्ते में आते समय शिकारियों या किसी दुर्घटना की शिकार हो गई हो।

बदला हुआ है ईगल का बिहेवियर

यहां आया नर ईगल भी शिकार करने के बजाय पूरा दिन आसान झील के टापू पर चुपचाप बैठा रहता है, जबकि यह बिहेवियर ईगल प्रजाति के अक्रामक और हर समय आकाश में उड़ते रहने वाले स्वभाव के विपरीत है। स्थानीय निवासियों की भाषा में फ्लाश के बजाय 'पलाश' कहे जाने वाले इस ईगल के इस बिहेवियर को बर्ड वॉचर्स अपने जोड़े से बिछोह का नतीजा मान रहे हैं।

Posted By: Inextlive