केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री पल्लम राजू ने तेलंगाना मामले पर केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला लिया किया है. राजू ने तेलंगाना को पृथक राज्य बनाने के निर्णय को जल्दबाज़ी में उठाया गया क़दम बताया.


आंध्र प्रदेश के सांसदों और कांग्रेसी नेताओं के विरोध के दरकिनार करते हुए केंद्रीय कैबिनेट ने गुरुवार को तेलंगाना को अलग राज्य बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी.फ़िल्म अभिनेता से नेता बने और केंद्र सरकार में पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने भी अपना इस्तीफ़ा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिया है. गुंटूर से कांग्रेसी सांसद संबा शिवाराव ने भी तेलंगाना मुद्दे पर इस्तीफ़ा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता से भी इस्तीफ़ा दिया है.अनशन आँध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के बेटे और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी शनिवार से तेलंगाना के ख़िलाफ़ अनशन करेंगे. इस मुद्दे पर सीमांध्र क्षेत्र के अन्य कांग्रेसी नेताओं के भी इस्तीफ़े हो सकते हैं.


वहीं कांग्रेस के सांसद एल राजगोपाल ने पृथक तेलंगाना राज्य बनाने के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जाने का फ़ैसला लिया है. राजगोपाल ने तेलंगाना के निर्माण को ग़ैर-संवैधानिक और अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि वे इसके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार का यह फ़ैसला संविधान के ढाँचे और संघीय सिद्धांतों का उल्लंघन है.

विजयवाड़ा से सांसद राजगोपाल का मानना है कि जल्द ही और भी सांसद और मंत्री तेलंगाना के ख़िलाफ़ एकजुट होंगे. राजगोपाल ने कहा कि आंध्र प्रदेश में ज़्यादातर लोग इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ हैं और जब इस संबंध में विधानसभा में प्रस्ताव आएगा तो हम उसे शिकस्त देने का हर संभव प्रयास करेंगे.राजगोपाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए सीमांध्रा क्षेत्र के सांसद, विधायक और मंत्री, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी और अन्य नेता शुक्रवार को हैदराबाद में बैठक करेंगे.

 

Posted By: Subhesh Sharma